IT Raid on Utkarsh Coaching: राजस्थान के जोधपुर में उत्कर्ष कोचिंग के 14 ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है. जबकि जयपुर समेत यूपी के प्रयागराज और एमपी के इंदौर ठिकानों पर भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है. इनकम टैक्स की रेड में उत्कर्ष कोचिंग की काली कमाई का खुलासा हुआ है. पता चला है कि कोचिंग में आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या और उनसे वसूली गई फीस को लेकर उत्कर्ष का हिसाब-किताब सही नहीं है. दोनों ही आंकड़े छुपाए गए हैं.
निर्मल गहलोत के घर से क्या मिला
वहीं, उत्कर्ष कोचिंग के निदेशक निर्मल गहलोत के घर की तलाशी के दौरान नकदी और गहनों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक सबूत ज्यादा मिले हैं. टीम ने इनका क्लोन बना लिया है. इधर, इसके सेंटर्स पर काम करने वाले लोगों के बयानों, सप्लाई करने वाले वेंडर्स और बिलों और भुगतान के बीच की कड़ियों को जोड़ने के लिए बड़ी मात्रा में दस्तावेज सबूत जुटाए जा रहे हैं. गहलोत के अपनी कंपनी उत्कर्ष में से 33 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के मामले में भी आयकर अधिकारियों को कर चोरी का बड़ा इनपुट मिला है, जिसकी जांच चल रही है.
स्टूडेंट की फीस के रिकॉर्ड में बड़ा घपला
आयकर विभाग ने गुरुवार को उत्कर्ष के जोधपुर में 14 और जयपुर, प्रयागराज और इंदौर के एक-एक ठिकानों पर सर्च शुरू की थी, जो शुक्रवार को भी जारी रही. सर्च में टीम को बच्चों की फीस और किस कोर्स में कितने स्टूडेंट है, इसका रिकॉर्ड नहीं मिला है. पता चला है कि ऑनलाइन कोर्स को इतने सस्ते दाम पर बेचा गया. जिससे उसको लेने वालों की संख्या और उससे आना वाला पैसा काफी बड़ा हो गया. इसके रिकॉर्ड को भी छिपाया गया. विभागीय सूत्रों के अनुसार आयकर अधिकारियों की प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि समूह ने बड़ी मात्रा में स्टूडेंट्स से नकद में ली फीस का कोई रिकॉर्ड में नहीं दर्शाया. इतना ही नहीं, समूह के अनगिनत ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लासेज-कोर्सेज में कुल कितने स्टूडेंट्स है, उनकी संख्या में भी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है.
33 फीसदी हिस्सेदारी बेचने में बड़ी काली कमाई की जांच
वहीं, फिजिक्स वाला के साथ शेयर डील में उत्कर्ष कोचिंग संचालक के बड़ा घपला करने को लेकर भी जांच हो रही है. इसमें कई सौ करोड़ का लेनदेन नकद हुआ बताया गया है. आयकर विभाग ने इस डील की जानकारी मिली तो उसने डॉक्युमेंट खंगाले. विभाग के हाथ लगे डॉक्युमेंट में करोड़ों रुपए का घोटाला होना साफ हो गया. डील में बड़े पैमाने पर कैश में लेन-देन करना सामने आया है. संचालक की ओर से बड़े पैमाने पर टैक्स की चोरी की गई है. छापेमारी में बड़ी मात्रा में कैश और ज्वेलरी मिली है, जिसकी कीमत का अनुमान लगाया जा रहा है.