Rajasthan News: एक ओर देश भर में कोलकाता रेप और हत्या कांड को लेकर न्याय की लड़ाई लड़ी जा रही है. सुरक्षा और न्याय के लिए महिला डॉक्टर समेत सभी रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं. वहीं इस न्याय की लड़ाई में आम लोग और अन्य संस्था भी साथ दे रही है. इस बीच नागौर बार एसोसिएशन की महिला अधिवक्ताओं ने हथियार की मांग की है. उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित से कहा है कि उन्हें लाइसेंस हथियार की अनुमति दे देनी चाहिए.
हाल ही में नागौर की एक लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. वहीं नागौर की लड़कियों के साथ दुष्कर्म हत्या जैसी घटनाओं के बाद महिला वर्ग में तेजी से रोस फैल रहा है. ऐसी घटनाओं के विरोध में नागौर की महिला वकीलों ने मंगलवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर प्रत्येक महिला वकील को हथियार का लाइसेंस जारी करने की मांग की है.
महिला सुरक्षा में सरकार नकारा साबित हो रही
महिला वकीलों का कहना है कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा की करने में नकारा साबित हो रही है. देश में बने इस माहौल से महिलाएं अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा से अब वह खुद निपटाना चाहती है, इसके लिए महिलाओं ने नागौर जिला प्रशासन से शस्त्र लाइसेंस मांग की है.
सुरक्षा के लिए खुद बनना चाहते हैं सक्षम
नागौर बार एसोसिएशन की महिला सदस्यों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर हथियारों का लाइसेंस बनाने की मांग की है. एडवोकेट अरुण शर्मा ने कहा कि महिलाओं पर रोजाना हो रही घटनाओं से यह थे है कि समाज और सरकार हमारी सुरक्षा नहीं कर पा रहा है. इसीलिए हमने आज जिला कलेक्टर को शास्त्रों का लाइसेंस जारी करने के लिए ज्ञापन दिया है. जिससे पुलिस या अन्य किसी के भरोसे हम अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं छोड़ना चाहती बल्कि हम खुद अपने को सक्षम बनाना चाहती है.
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