Health Tips: अक्सर लोग अस्वस्थ महसूस करने पर डॉक्टर की सलाह लेने की बजाय खुद ही इलाज करने लगते हैं. तबीयत खराब होने पर बिना किसी सलाह के दवाई ले लेते हैं. लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है. किसी दवाई के साइड इफेक्ट जाने बिना टैबलेट लेना नुकसानदेह साबित हो सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह आदत लिवर और किडनी डैमेज जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन रही है. अस्पतालों की ओपीडी में कई ऐसे मरीज पहुंचते हैं, जो बिना परामर्श के एंटीबायोटिक या पेनकिलर का सेवन कर चुके हैं और स्वास्थ्य बिगड़ने पर इलाज के लिए आते हैं. बिना परामर्श के दवाओं के सेवन से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मोटापे की समस्या भी हो सकती है.
डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें दवा
चिकित्सकों के मुताबिक, बुखार और सर्दी जुकाम में लोग अक्सर ही ऐसा करते हैं. लेकिन ऐसा करना ठीक नहीं है, क्योंकि बुखार की दवा शरीर में गर्मी को बढ़ा देती है. बार-बार दवाई लेने से पेट में छाले पड़ना, यहां तक कि घाव बनने का भी खतरा रहता है. साथ ही दवाई लेने के पहले या बाद में शराब का सेवन भी हानिकरक होता है. परामर्श इसलिए भी जरूरी है क्योंकि डॉक्टर को मरीजों की स्थिति के अनुसार अलग-अलग एंटीबायोटिक या पेनकिलर की मात्रा की भी जानकारी होती है.
चिकित्सक की सलाह नहीं ली तो ये होंगे नतीजे!
विशेषज्ञों के अनुसार, एंटीबायोटिक्स और पेनकिलर का जरूरत से ज्यादा या गलत तरीके से सेवन बैक्टीरिया में प्रतिरोधक क्षमता (रेजिस्टेंस) बढ़ा देता है. इससे दवाएं असर करना बंद कर देती हैं और मरीज का इलाज जटिल हो जाता है. कई मामलों में यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
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