एक भव्य सम्राट, जिसकी सादगी का हर कोई कायल है। एक रानी, जिनकी कहानी किसी परी कथा से कम नहीं। और एक वादा, जो बचपन में किया गया था और सालों बाद पूरा हुआ। यह प्रेम और विश्वास के एक ऐसे बंधन की कहानी है, जो राजशाही शान से लबरेज है। यह कहानी है भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की।