विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी पहली सूची क्या जारी की, हर तरफ हंगामा हो गया. विद्याधरनगर से लेकर सांचौर तक उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है. जो कि थमने का नाम नहीं ले रहा. इसी बीच आज भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उदयपुर और जोधपुर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की है.
सांचौर में भाजपा ने देवजी पटेल को उम्मीदवार बनाया है, लेकिन उनका लगातार विरोध हो रहा है. पिछले दिनों भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया था. सोमवार को भी पूर्व विधायक जीवाराम के समर्थकों ने देव जी पटेल का विरोध किया. इससे पहले जीवाराम चौधरी ने भाजपा को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि अगर 16 दिनों के भीतर टिकट नहीं बदला गया तो वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.
सांचौर सीट पर जीवाराम का वर्चस्व
उस चुनाव में कांग्रेस के हीरालाल विश्नोई को करीब 45 हजार वोटों से हराकर जीवाराम जीत गए थे. लेकिन बीजेपी ने 2008 में जीवाराम का टिकट काटकर मिलापचंद जैन को दे दिया.
पहले भी लड़ चुके हैं निर्दलीय चुनाव
इसके बाद नाराज जीवाराम ने बीजेपी से बागी होते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस के सुखराम विश्श्नोई को हराकर विधायक बने. इस चुनाव में बीजेपी का प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा था. 2013 में एक बार फिर से बीजेपी ने जीवाराम चौधरी को टिकट दिया, लेकिन इस बार चौधरी कांग्रेस के सुखराम विश्श्नोई से चुनाव हार गए. 2018 में बीजेपी ने सांचौर विधानसभा से दानाराम चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन एक बार फिर से जीवाराम ने निर्दलीय के तौर पर ताल ठोक दी. बीजेपी की आपसी फूट का फायदा कांग्रेस को मिला और सुखराम विश्श्नोई चुनाव जीत गए.
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