राजस्थान में हैंडलूम वीक की तैयारी जोरों पर चल रही है. प्रदेश के बुनकर, हथकरघा एवं खादी क्षेत्र के कारीगरों और उनके उत्पादों को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत राज्य सरकार इस दिशा में काम कर रही है. राज्य की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुन्तला रावत ने 3 से 7 अगस्त तक आयोजित होने वाले नेशनल हैण्डलूम वीक के ब्रोशर का विमोचन जवाहर कला केंद्र में किया है.
राज्य की मंत्री ने पांच दिवसीय नेशनल हैंडलूम वीक के बारे में बताते हुए कहा कि इस आयोजन से प्रदेश के बुनकर, हथकरघा एवं खादी क्षेत्र से जुड़े लोगों को लाभ होगा. रावत ने बताया कि आयोजन में हथकरघा एवं खादी उत्पादों की 80 स्टॉल लगाए जाएंगे. खास बात यह है कि इस आयोजन में विशेष रूप से 10 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त बुनकर भी अपने उत्पादों का विक्रय एवं प्रदर्शन करेंगे.
राज्य की मंत्री शुकन्तला रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नीतियों के अनुरूप MSME नीति 2022 के प्रावधानों के सफल क्रियान्वयन से बुनकर, हथकरघा एवं खादी क्षेत्र के उत्पादकों को अपने उत्पादों का विक्रय बढ़ाने, स्थाई रूप से मार्केट की व्यवस्था करने के लिए विभाग की ओर से हरसंभव मदद दी जा रही है. रावत ने कहा कि आयोजन में प्राकृतिक रंगों से उत्पाद बनाने वाले हस्तशिलपकारों को भी अपने उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलेगी एवं उनके उत्पाद ब्रिकी में भी वृद्धि होगी.
शकुन्तला रावत ने बताया कि खादी एवं हथकरघा उत्पादों की बिक्री बढ़ाने हेतु बायर सेलर मीट का आयोजन होगा. उन्होंने आयोजन में प्रदर्शित किये जाने वाले राज्य के हथकरघा उत्पादों को भी देखा एवं उनकी जानकारी ली. मंत्री रावत ने कहा कि आयोजन में हथकरघा कला पर आमजन को जानकारी देने के लिए केमिकल वूल, गिच्छा रेशम, खादी, भेड़ ऊन आदि से धागा बनाने की तकनीक का लाइव डेमो भी दिया जाएगा. हैण्डलूम क्षेत्र के विशेषज्ञों के जरिए जूट, आरी-तारी, ब्लॉक प्रिंटिंग, कोटा डोरिया, सांगानेर प्रिंट का भी प्रदर्शन किया जाएगा.
रावत ने बताया कि 6 अगस्त को राजस्थान इन्टरनेशनल सेंटर में फैशन शो के जरिये प्रदेश के बुनकर, हथकरघा, खादी के परिधान का प्रदर्शन होगा. इस मौके पर विशिष्ट शासन सचिव नेहा गिरी, आयुक्त ओम कसेरा, रीको प्रबन्ध निदेशक सुधीर कुमार शर्मा, आरएसआईसी प्रबन्ध निदेशक मनीषा अरोड़ा, संयुक्त शासन सचिव पूनम प्रसाद सागर, सचिव खादी बोर्ड ब्रजेश चन्दोलिया, अतिरिक्त निदेशक आर के आमेरिया, एस एस शाह, विपुल जानी सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.