Dinesh MN News: राजस्थान में दहशत फैलाने वाले कुख्यात गैंगस्टर नेटवर्क पर अब शिकंजा कसना शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में गठित एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा जैसे अपराधियों के विदेशी ठिकानों तक अपनी पहुंच बना ली है. इस टास्क फोर्स ने अब तक पांच बड़े गैंगस्टरों को विदेशों में पकड़वाया है, और अब अगला निशाना 12 मोस्ट वांटेड अपराधियों पर है, जिनके खिलाफ इंटरपोल (Interpol) ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए हैं।
12 वांटेड अपराधी विदेशों में सक्रिय
एडीजी दिनेश एम.एन ने बताया कि AGTF ने इन तीनों बड़े गैंग से जुड़े 12 वांटेड अपराधियों की पहचान की है. सूत्रों के अनुसार, ये आरोपी फर्जी पहचान पत्रों के सहारे दुबई, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में डंकी रूट के माध्यम से छिपे हुए हैं. टास्क फोर्स की पड़ताल में सामने आया है कि इनमें आनंदपाल का करीबी सुभाष बराल उर्फ सुभाष मूंड और उसका बिजनेस पार्टनर ईश्वर कुमावत दुबई में छिपा है. इसके अलावा, लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा का खास गुर्गा, सीकर के रिणाउ गाव का राहुल रिणाउ उर्फ राहुल स्वामीभी फर्जी पासपोर्ट से विदेश भागा है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड का आरोपी महेंद्र मेघवाल और अलवर का हैरी बॉक्सर (हरिचंद) भी विदेशों में सक्रिय बताया जा रहा है.
एक साल में पांच पकड़े गए
एडीजी दिनेश एम.एन. ने इस जानके अलावा आगे बताया कि AGTF के प्रयासों से बीते एक साल में पांच बड़े गैंगस्टर विदेशों में पकड़े गए हैं. जिसमें जगदीप उर्फ जग्गा, गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा,अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित, आदित्य जैन उर्फ टोनी, अमरजीत बिश्नोई ,सुधा कंवर शामिल है.
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