Rajasthan News: आजकल लोगों में रील बनाने का ऐसा खुमार चढ़ा हुआ है कि लोग अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं. इसके अलावा रीलबाजी के चक्कर में दूसरे लोगों को दिक्कत भी हो रही है. ऐसी ही राजस्थान के अजमेर से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें युवा पूरे शरीर पर पट्टियां लेपट और थर्माकोल से बनी बंदूक पर कपड़े लपेटकर थार जीप पर रील बना रहे थे. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि यूट्यूबर साजिद के इंस्टाग्राम पर एक लाख फॉलोवर हैं. वह रील बनाने के लिए 5 लड़कों को 400 रुपये की दिहाड़ी पर लाया था.
पूरे थरीर पर बांध रखी थी पट्टियां
जानकारी के मुताबिक, सभी लड़के अजमेर से बस स्टैंड क्षेत्र में थार जीप पर बैठकर स्टंटबाजी कर रहे थे. उन्होंने शरीर पर पट्टियां लपेटकर हाथों में थर्माकोल से बनी कपड़े में लिपटी बंदूकन से रील बना रहे थे. इन युवाओं ने सोशल मीडिया पर वायरल होने, लाइक, कमेंट, फॉलोअर और सब्सक्राइबर बढ़ाने के लिए थर्माकोल से बनी नकली बंदूकें और अन्य वस्तुओं का उपयोग किया था.
घटना की जानकारी मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों युवकों को डिटेन कर लिया. पुलिस ने उनके पास से थार जीप, थर्माकोल से बनाई गई बंदूकें और कपड़े भी जप्त किए. यह कार्रवाई साइबर शील्ड अभियान के तहत की गई.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीपक कुमार शर्मा ने कहा कि यह अभियान युवाओं को गलत गतिविधियों और सोशल मीडिया पर गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार से रोकने के लिए चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि अन्य लोग इससे सबक ले सकें और इस प्रकार की गतिविधियों से बचें. पुलिस ने युवकों को समझाइश की कि इस तरह की हरकतें न केवल उनकी छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं, बल्कि इससे कानून भी प्रभावित होता है.
रील बनाने वाले 3 युवक गिरफ्तार
इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने युवाओं से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर रील बनाने के लिए कोई ऐसा काम न करें, जिससे समाज और कानून के प्रति गलत संदेश जाए. पुलिस पूछताछ में पता चला कि सभी लड़के अजमेर के अलग-अलग थाना क्षेत्र में निवासी हैं. सिविल लाइन थाना पुलिस ने ईदगाह रोड वैशाली नगर निवासी साजिद (19) आदर्श नगर निवासी शरीफ मोहम्मद (20), ईदगाह वैशाली नगर निवासी आशिक खान के खिलाफ पुलिस ने नियम अनुसार कार्रवाई की है. वही नाबालिग लड़कों को काउंसलिंग कर हिदायत देकर परिजनों के सुपुर्द किया गया है.