
Jodpur News: राजस्थान के जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम को बड़ी सफलता मिली है. टीम ने देशभर में दर्जनों एटीएम तोड़ चुके शातिर लुटेरे को फिर से पकड़ लिया है. और उसे असम पुलिस के हवाले कर दिया है. देश के कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
ATM लूट का मास्टरमाइंड गिरफ्तार
मामले को लेकर जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि फलौदी के मलार में रहने वाले हासमुद्दीन को गिरफ्तार करने में साइक्लोन टीम की बड़ी भूमिका रही है. हासमुद्दीन एटीएम काटकर रुपए लूटने का मास्टरमाइंड है. उसने कुख्यात मेवात गैंग के साथ मिलकर देशभर में एटीएम लूट की वारदातों को अंजाम दिया है.
आठ महीने बाद जेल से हुआ था रिहा
आईजी विकास कुमार ने आगे बताया कि पिछले साल महाराष्ट्र समेत कई राज्यों की पुलिस ने जोधपुर रेंज कार्यालय से संपर्क किया था. उन्हें एटीएम लूट में मारवाड़ गैंग का हाथ होने का शक था. टीम ने पिछले साल हासमुद्दीन को गिरफ्तार किया था और पूछताछ में उसने 12 से ज्यादा एटीएम लूटने की बात कबूल की थी. हासमुद्दीन को कई राज्यों की पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर ले चुकी थी. करीब आठ महीने जेल की सलाखों के पीछे रहने के बाद वह इसी साल जनवरी में कोर्ट से जमानत पर बाहर आया था.
जेल से बाहर आते फिर करने लगा लूट
जेल से बाहर आने के बाद आरोपी ने फिर से अपने पुराने धंधे में हाथ आजमाया और एटीएम हैक करने वाली मेवात गैंग से संपर्क किया. मेवात गैंग से संपर्क करने के बाद वह बांग्लादेश की सीमा से लगते पूर्वी राज्यों में वारदात करने चला गया. असम में दो अलग-अलग एटीएम से करीब 70 लाख रुपए लूटने के बाद वह वापस लौट आया. लूट की सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद असम पुलिस ने सीसीटीएनएस सॉफ्टवेयर से आरोपी की फोटो पहचानी. जिसके बाद वह वह आरोपी की तलाश में असम की टीम राजस्थान पहुंची। यहां आने के बाद साइबर जांच में दक्ष साइक्लोन टीम के साथ संयुक्त अभियान चलाया.
ऐसे पकड़ा गया ATM लूट का मास्टरमाइंड हासमुद्दीन
टीम के एक सदस्य ने खुद को मेवात गैंग का सदस्य बताते हुए हासमुद्दीन से मुलाकात की और उसे तुरंत बाहर जाने को कहा और उसके बेटे को भी साथ ले गया. बेटे को साथ लेकर वे फलौदी के रण क्षेत्र में नमक की खदान पहुंचे और जहां वह गार्ड ड्यूटी पर था, वहां से अपराधी को बरामद कर लिया.