
Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले में एक बहुत बड़ा मामला सामने आया है. जहां जिले की महवा पंचायत समिति की चार ग्राम पंचायतों में पिछले पांच सालों के निर्माण कार्यों में भारी अनियमितता को देखते हुए. जांच के बाद जिला परिषद के सीईओ नरेंद्र कुमार मीणा ने कड़ा कदम उठाते हुए 8 ग्राम विकास अधिकारियों (वीडीओ) को निलंबित कर दिया. यह कार्रवाई खेड़ला बुजुर्ग, ऊकरुंद, गढ़ हिम्मत सिंह और तालचिड़ी ग्राम पंचायतों में हुई गड़बड़ियों के आधार पर की गई है.
जानें कौन-कौन हुए निलंबित
निलंबित अधिकारियों में बिंदू खान, रामावतार अग्रवाल, सत्यप्रकाश शर्मा, सुगर सिंह, रेखा गुर्जर, विक्रांत शर्मा, मनीष मीणा और जगदीश प्रसाद गुर्जर शामिल हैं. ये सभी अलग-अलग समय पर इन ग्राम पंचायतों में तैनात थे. सीईओ मीणा ने बताया कि जांच में इनके खिलाफ गंभीर आरोप सिद्ध हुए हैं.
नरेगा के काम में पाई गई अनियमितता
जांच में पता चला कि इन वीडीओ ने नरेगा कामों में निविदा प्रक्रिया का पालन नहीं किया. घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया और बिलों में हेराफेरी कर लागत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया. इन गड़बड़ियों से सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए हुई कार्रवाई
सीईओ नरेंद्र मीणा की इस सख्त कार्रवाई से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का संदेश गया है. यह कदम ग्रामीण विकास कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ा कदम है. इस कार्रवाई से अन्य अधिकारियों को भी सबक मिलेगा कि जनता के हितों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा.
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