Rajasthan News: राजस्थान के डीग जिले में पिछले 9 महीनों से साइबर ठगों के खिलाफ अभियान जारी है. गुरुवार रात मेवात में पुलिस ने सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. इस कार्रवाई में 2 डीएसपी और 6 थानों के करीब 200 पुलिसकर्मी शामिल हुए, जिन्होंने बिलग, हजारीवास और गढ़ अजान गांव में करीब 5 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान 40 लोगों को डिटेन किया गया, जिनके पास से साइबर ठगी के उपयोग लिए जाने वाले मोबाइल फोन एटीएम कार्ड, फर्जी सिम कार्ड बड़ी मात्रा में बरामद किए गए हैं.
9 महीने में पकड़े 1350 साइबर ठग
पकड़े गए साइबर ठग सेक्सटॉर्शन और सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन डालकर सस्ते दामों में मोबाइल, कार और कपड़े बेचने का झांसा देकर ठगी को अंजाम देते थे. साथ में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर भी सामने वाले शख्स को डरा धमकाकर अपने फर्जी खातो में रुपये डलवाकर ठगी करते थे. बीते 9 माह के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो डीग पुलिस ने 1350 साइबर ठगों को पकड़कर सलाखों के पीछे डाला है. साइबर ठगी की रोकथाम को लेकर आईजी राहुल प्रकाश ने 1 मार्च 2024 को ऑपरेशन एंटीवायरस अभियान चलाया था, जिसके तहत डीग एसपी राजेश कुमार मीणा के निर्देशन में ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई.
साइबर ठगों से पुलिस कर रही पूछताछ
9 माह पूर्व पहले मेवात को दूसरा जामताड़ा कहा जाता था और देश का 20 परसेंटेज साइबर ठगी का काम मेवात में संचालित होता था. लेकिन डीग पुलिस ने लगातार कार्रवाई की, जिस वजह से मेवात में साइबर ठगी का काम 3 परसेंटेज के करीब ही रह गया है. एसपी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि काफी समय से डीग मेवात के गांव बिलग, गढ़ अजान, हजारीवास से साइबर ठगो की लोकेशन आ रही थी, जिस मामले को देखते हुए भारी पुलिस जाप्ते के साथ दबिश दी गई. मौके से 90 मोबाइल फोन, 50 फर्जी सिम कार्ड और अन्य साइबर ठगी के उपकरण बरामद किए हैं. सभी साइबर ठगों से गहनता से पूछताछ की जा रही है.
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