
Rajasthan News: राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के पावटा क्षेत्र के पाछुडाला गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक फर्जी डॉक्टर सुनील सैनी पिछले 8 साल से बिना वैध डिग्री और पंजीकरण के क्लिनिक चलाकर मासूम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा था.
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए क्लिनिक पर छापा मारा और सुनील सैनी को एक महिला का इलाज करते रंगे हाथ पकड़ा.
छापे में मिली बिना लाइसेंस की दवाइयां
बीसीएमओ डॉ. कृष्ण सिंह शेखावत के नेतृत्व में तहसीलदार संजय कुमार खेदड़, ड्रग कंट्रोल ऑफिसर अरुणा मीणा और एएसआई कंवर सिंह की टीम ने क्लिनिक पर दबिश दी. जांच में बिना लाइसेंस की दवाइयां, प्रतिबंधित इंजेक्शन और इलाज के उपकरण बरामद हुए. सुनील सैनी के पास न तो किसी मेडिकल संस्थान की डिग्री थी और न ही मेडिकल काउंसिल का पंजीकरण. फिर भी वह भोली-भाली जनता को झांसे में लेकर इलाज कर रहा था.
क्लिनिक सील, कानूनी कार्रवाई शुरू
टीम ने तुरंत क्लिनिक को सील कर दिया और आरोपी के खिलाफ ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. इस घटना ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है, जो सालों से इस फर्जी डॉक्टर के पास इलाज करवाने जाते थे.
लोगों में जागरूकता की जरूरत
यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं में सतर्कता की जरूरत को दर्शाता है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे केवल पंजीकृत डॉक्टरों से ही इलाज करवाएं. इस कार्रवाई ने फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग को और तेज कर दिया है.
यह भी पढ़ें- NEET की फ्री कोचिंग, रहने-खाने की व्यवस्था... मदन दिलावर ने योजना के पोस्टर का किया विमोचन