
Rajasthan News: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में महिला कि हत्या का अनोखा मामला समाने आया है. जानकारी के अनुसार, महिला कि मौत का आरोप पीहर पक्ष ने उसके पति पर ही लगाया है. आरोप है कि महिला को खेत में बनी डिग्गी में डूबा कर मारा गया है. वहीं आरोपित पति अपनी पत्नी की सुंदरता को लेकर नाखुश था.
पीलीबंगा सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखे शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया. लेकिन परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले शव उठाने से परिजनों ने इंकार कर दिया. परिजनों की रिपोर्ट पर पीलीबंगा थाना में मुकदमा दर्ज कर, जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राज कंवर द्वारा शुरू की गई है.
ससुराल पक्ष पर मुकदमा दर्ज
जिले के पीलीबंगा क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक आरएमपी पशु चिकित्सक पर अपनी ही पत्नी की हत्या करने का आरोप लगा है. आरोप है कि वह अपनी पत्नी की सुंदरता से नाखुश था और इसलिए उसने उसे खेत में बनी पानी की डिग्गी में डुबो कर मार डाला. मृतका के पीहर पक्ष की रिपोर्ट पर पीलीबंगा पुलिस ने पति और अन्य ससुरालियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है.
सुंदर न होने के मारते थे ताने
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जनेश तंवर ने बताया कि रावतसर थाना क्षेत्र के गांव खोडां निवासी रोहिताश कुमार ने रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने अपनी बहन राजबाला (36) का विवाह वर्ष 2012 में पीलीबंगा थाना क्षेत्र के गांव दौलतांवाली निवासी सुनील कुमार के साथ किया था.
शादी के बाद से ही पति सुनील कुमार और सास संतरो देवी उसकी बहन राजबाला को सुंदर न होने के ताने मारते थे और उसे मारकर सुनील की दूसरी शादी करवाने की धमकी देते थे.
पत्नी को पानी की डिग्गी में डालकर मार दिया
रोहिताश ने बताया कि करीब 10 दिन पहले जब वह अपनी बहन से मिलने गया था, तो राजबाला ने उसे बताया था कि पति सुनील, सुशील, उर्मिला और संतरो आए दिन उसे परेशान करते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं. उस समय रोहिताश ने अपने बहनोई सुनील और अन्य को समझा-बुझाकर वापस अपने गांव लौट गया था.
बुधवार सुबह करीब 5:15 बजे राजबाला के जेठ सुशील कुमार ने उन्हें फोन कर सूचना दी कि उन्होंने राजबाला को खेत में बनी पानी की डिग्गी में डालकर मार दिया है. सूचना मिलते ही रोहिताश अपने पिता, भाई और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दौलतांवाली पहुंचा, तो वहां राजबाला का शव सुनील के खेत में बनी पानी की डिग्गी में तैरता हुआ मिला. पूछताछ में पता चला कि सुनील, सुशील, उर्मिला और संतरो ने मिलकर राजबाला को डिग्गी में डुबोकर उसकी हत्या कर दी है.
शव लेने से परिजनों का इनकार
पुलिस ने मृतका राजबाला के शव का पोस्टमार्टम पीलीबंगा के सरकारी अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से करवाया. हालांकि, परिजनों ने मुख्य आरोपी सुनील की गिरफ्तारी और राजबाला की मौत के सही कारणों का पता लगने तक शव लेने से इनकार कर दिया. पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल और पीलीबंगा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतका के परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे.
रिश्तेदार और परिजन राउंडअप
परिजनों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता, राजबाला का शव नहीं उठाएंगे. इसके बाद पीलीबंगा पुलिस ने आरोपित सुनील को पकड़ने के लिए उसके घर पर दबिश दी. फिलहाल मुख्य आरोपी सुनील पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, लेकिन पुलिस ने दबाव बनाने के लिए सुनील के परिजनों और रिश्तेदारों को राउंडअप किया है. मृतका राजबाला का शव पीलीबंगा सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है.
3 बच्चों की मां थी मृतका
राजबाला का विवाह 13 वर्ष पूर्व 2012 में पीलीबंगा क्षेत्र में गांव दौलतावली निवासी सुनील पुत्र रायसिंह माकड़ के साथ हुआ था. शादी से राजबाला के दो बेटियों सहित तीन संतान है, मृतका के सबसे बड़ी बेटी 12 वर्षीय आस्था, दूसरी बेटी 10 वर्षीय तमन्ना और तीसरा 8 वर्षीय पुत्र दीपक है.