Rajasthan News: राजस्थान में बाड़मेर पुलिस ने राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में बढ़ती नशे की लत को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं. नशे के बड़े तस्करों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस उनकी अवैध संपत्तियों को फ्रीज करने में जुटी है. अब तक 6 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति को जब्त किया जा चुका है. इसमें आलीशान कोठियां, लग्जरी गाड़ियां और मकान शामिल हैं. पुलिस का मकसद नशे की सप्लाई चेन को तोड़ना और युवाओं को इस दलदल से बचाना है.
तस्करों की संपत्ति पर नजर
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि नशे के खिलाफ अभियान को तेज कर दिया गया है. एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 एफ के तहत वीरधाराम, गोरधन राम, श्याम सुंदर, जसवंत उर्फ जसराज, पप्पू उर्फ नरेश, जगदीश बिश्नोई और चीमाराम जैसे बड़े तस्करों की 6 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति फ्रीज की गई है. इसके अलावा 30 अन्य तस्करों की अवैध संपत्तियों की सूची तैयार की गई है, जिसे एनडीपीएस एक्ट के सक्षम प्राधिकारी, नई दिल्ली को भेजा गया है. स्वीकृति मिलते ही इनकी संपत्ति भी जब्त होगी.
रिश्तेदारों के नाम संपत्ति भी रडार पर
पुलिस ने उन तस्करों पर भी नजर रखी है, जिन्होंने अपने रिश्तेदारों या दूसरों के नाम पर संपत्ति खरीदी है. ऐसी संपत्तियों की सूची बनाकर जल्द ही इनकम टैक्स विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपी जाएगी. इससे तस्करों के खिलाफ और सख्त कार्रवाई होगी.
कुर्की की प्रक्रिया शुरू
बीएनएसएस 2023 की धारा 107 के तहत 30 से ज्यादा तस्करों की संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई न्यायालय में चल रही है. इसमें जमीन, मकान, लग्जरी गाड़ियां और बसें शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि नशे की कमाई को मिट्टी में मिलाकर ही इस समस्या को जड़ से खत्म किया जा सकता है.
युवाओं को बचाने का संकल्प
बाड़मेर पुलिस का यह अभियान नशे के खिलाफ मजबूत संदेश दे रहा है. तस्करों को सबक सिखाने के साथ-साथ युवाओं को नशे की लत से बचाने का प्रयास किया जा रहा है.
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