Dadasaheb Phalke Award 2024: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और डिस्को किंग के नाम से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में मशहूर मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया जाएगा. अभिनेता को यह पुरस्कार 8 अक्टूबर को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार(National Film Awards) समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा. पुरस्कार देने की घोषणा केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ((Ashwini Vaishnaw) ने की है. हर घर के सुपरस्टार कहे जाने वाले मिथुन चक्रवर्ती का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Limca Book of world Record) में दर्ज है. साल 1989 में उनकी 19 फिल्में रिलीज हुई थीं जिनमें मिथुन ने मुख्य भूमिका निभाई थी. उनका यह रिकॉर्ड आज भी अनब्रेकेबल है.
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की सूची
मिथुन चक्रवर्ती ने मसाला फिल्मों में लोकप्रियता बटोरने के साथ कई फिल्मों में अपनी अभिनय क्षमता का भी लोहा मनवाया. उन्हें अभिनय के लिए तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं. मिथुन को 1976 में उनकी पहली ही फिल्म मृगया के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था. प्रख्यात निर्देशक मृणाल सेन ने मिथुन चक्रवर्ती को पहली बार फिल्मों में मौका दिया था.
इसके बाद 1992 में प्रख्यात निर्देशक बुद्धदेव दासगुप्ता की ताहादेर कथा के लिए उन्हें दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. रामकृष्ण परमहंस पर बनी जी.वी. अय्यर की फिल्म में स्वामी विवेकानंद की भूमिका में उनके अभिनय के लिए 1995 में सर्वश्रेष्ठ तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला.
हिंदी सिनेमा से बनाई अपनी अलग पहचान
पिछले 50 सालों से फिल्मी दुनिया पर राज कर रहे अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने हिंदी सिनेमा में अपना जलवा कायम किया है. कोलकाता की गलियों से निकले मिथुन दा ने फिल्मी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है. और वर्तमान में वे राज्यसभा के सदस्य भी हैं. उनकी एक्टिंग का जलवा 1976 से ही फिल्मों में दिखाई देता रहा है. इस तरह उन्हें दशकों से ही उनके बेहतरीन काम के लिए सम्मानित किया जा रहा है.
पहली ही फिल्म से बड़े पर्दे पर दिखने लगा था दबदबा
मिथुन ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत आर्ट फिल्म मृगया (1976) से की थी, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता(Best Actor) का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था. 1980 के दशक के अपने सुनहरे दौर में, एक डांसिंग स्टार के रूप में उनके बहुत सारे प्रशंसक थे. मिथुन दा ही हिंदी सिनेमा में स्ट्रीट डांसिंग को बढ़ावा देने वाले रहे हैं. 1982 में उनकी बहुत बड़ी हिट फिल्म डिस्को डांसर इस बात का सबूत है कि यह फिल्म रिलीज होते ही ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. आज भी भारत के हर घर में बच्चों को उनके डांस मूव्स करते देखा जा सकता है. इसी कारण एक समय ऐसा भी कहा जाता है कि 1980 के दशक में मिथुन दा अमिताभ बच्चन से भी ज्यादा लोकप्रिय अभिनेता थे.