विज्ञापन

World Health Day 2024: दिल तो एक बच्चा है....45 की उम्र के बाद एक्सरसाइज को किया इग्नोर तो बढ़ सकता है हार्ट अटैक का रिस्क

World Heart Day 2024: हर साल 29 सितंबर को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियों के बारे में आगाह किया जाता है. क्योंकि एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल 7 लाख से ज़्यादा लोग हार्ट अटैक से मरते हैं.

World Health Day 2024: दिल तो एक बच्चा है....45 की उम्र के बाद एक्सरसाइज को किया इग्नोर तो बढ़ सकता है हार्ट अटैक का रिस्क
World Heart Day 2024

World Health Day: दिल तो एक बच्चा है..लेकिन अगर इस बच्चे की देखभाल में थोड़ी सी भी लापरवाही बरती जाए तो कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती है.आज यानी 29 सितंबर को पूरी दुनिया में विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) मनाया जाता है. इसे मनाने का एकमात्र उद्देश्य आज की पीढ़ी को स्वस्थ शरीर (Healthy body)के बारे में बताना है. क्योंकि अगर आपका शरीर फिट है तो आपका दिल (Healthy Heart) भी बेहतर तरीके से काम करेगा.और अगर दिल सही से धड़कता है तो आपका शरीर स्वस्थ रहने के साथ-साथ दिल भी स्वस्थ रहेगा और बीमारियां आपसे कोसों दूर रहेंगी.

हर साल हार्ट अटैक से होती है सात लाख मौतें

भारत में हर साल हार्ट अटैक से सात लाख से ज़्यादा लोग मर जाते हैं. साल 2022 में, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक, दिल के दौरे से 32,457 लोगों की मौत हुई थी. यह पिछले साल की तुलना में 12.5% ज़्यादा था. 

ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है दिल

Heart हमारे शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता था. लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इसे स्वस्थ रखना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है. और कभी मजबूरी में तो कभी आदत से मजबूर होकर हम ऐसी आदतें अपना लेते हैं जो धीरे-धीरे दिल को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती हैं. ये आदतें एक दिन हम पर हावी हो जाती हैं और हार्ट अटैक (Heart Attack) जैसी जानलेवा बीमारी का रूप ले लेती हैं.

हार्ट डिजीज के है ये कारण

हार्ट डिजीज के पीछे तम्बाकू सेवन, अनहेल्‍दी भोजन, विशेष रूप से नमक की अधिक मात्रा, फिजिकल एक्टिविटी के न होने के साथ शराब के सेवन को भी जिम्‍मेदार ठ‍हराया है.इसके साथ ही हार्ट डिजीज के मामलों को कम करने के लिए हाई ब्‍लड प्रेशर, शुगर, लिपिड या वसा की शरीर में बढ़ोत्तरी के बाद इसका समय से उपचार आवश्यक है.एक रिसर्च में भी सामने आया है कि 19-24 साल की उम्र वाले युवाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या देखी गई है.उम्र बढ़ने के साथ-साथ व्यक्ति की काम करने की क्षमता कम होने लगती है.जब 45 की उम्र के बाद लोग एक्सरसाइज या एग्रेसिवली एक्सरसाइज करते हैं तो दिल की बीमारी का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है. इसके कारण हार्ट में दोगुनी रफ्तार से ब्लड पंप करता है. इसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.

हार्ट अटैक आने के बाद क्या करना चाहिए

अगर आपके सामने किसी को हार्ट अटैक आ जाए तो सबसे पहले उस व्यक्ति को समतल जगह पर सीधा लिटा दें.अगर कोई व्यक्ति बेहोश हो गया है तो उसकी नब्ज चेक करें. अगर उसकी नसें बिल्कुल भी महसूस न हो रही हों तो समझ लें कि उस व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है। क्योंकि हार्ट अटैक में दिल की धड़कन बंद हो जाती है, इसलिए नब्ज नहीं मिल पाती. ऐसी स्थिति में दो से तीन मिनट के अंदर उसके दिल को पुनर्जीवित करना जरूरी होता है, नहीं तो ऑक्सीजन की कमी के कारण उसका दिमाग खराब हो सकता है.ऐसी स्थिति में अगर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ जाए तो तुरंत उसकी छाती पर जोर से मुक्का मारें. तब तक मारें जब तक वह होश में न आ जाए. इससे उसका दिल फिर से काम करना शुरू कर देगा.

यह भी पढ़ें: वर्ल्ड पंपकिन डे: खुद को रखना है तंदुरुस्त तो आज ही डाइट में शामिल करें कद्दू, जानें इसके फायदे 

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Fake Medicine: बाजार में बिक रही 25 प्रतिशत दवाएं नकली, ऐसे करें पहचान
World Health Day 2024: दिल तो एक बच्चा है....45 की उम्र के बाद एक्सरसाइज को किया इग्नोर तो बढ़ सकता है हार्ट अटैक का रिस्क
What's the Difference Between Heart Failure and a Heart Attack
Next Article
हार्ट अटैक से किस तरह अलह है हार्ट फेलियर, यहां समझें दोनों का फर्क और लक्षण...
Close