प्रदेश की सियासत में भूचाल लाने वाला 'लाल डायरी' का मुद्दा अब मुख्यमंत्री गहलोत के गृह जिले में भी गरमाया हुआ है. शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के जोधपुर प्रभारी व पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने जोधपुर में कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कई आरोप लगाए. देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीतियों से पूरे प्रदेश के लोग त्रस्त हैं. इसको लेकर पूरे राजस्थान के लाखों लोग भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान कांग्रेस सरकार की नीतियों और राज्य में बढ़ रहे अपराध को लेकर एक अगस्त को जयपुर में सचिवालय का घेराव करेंगे.
जोधपुर सर्किट हाउस में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए देवनानी ने कहा कि प्रदेश में दिनों दिन महिला अत्याचारों के साथ अन्य अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं. कानून व्यवस्था संभालने में सरकार फेल हो रही है. महंगाई पर भी अंकुश नहीं लग पा रहा है. इसको लेकर एक अगस्त को पूरे प्रदेश से लोग जयपुर में एकत्रित होंगे और सचिवालय का घेराव करेंगे.
मुफ्त बिजली के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए देवनानी ने कहा कि मुफ्त बिजली की घोषणा करने के बाद सरचार्ज में अप्रत्याशित बढ़ोतरी करके जनता के साथ गहलोत सरकार ने बड़ी ठगी की है. घरों और दुकानों के बिल कई गुना तक बढ़े हुए आ रहे हैं. कई दिनों से भाजपा 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान चला रही है. एक अगस्त को सचिवालय का लाखों की संख्या में लोग घेराव करेंगे. इसके साथ अभियान का समापन किया जाएगा. इसके लिए हर विधानसभा क्षेत्र में तैयारी की जा रही है और पत्रक बांटे जा रहे हैं.
विधानसभा के सदन पटल पर सार्वजिनक हो 'लाल डायरी'
पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने लाल डायरी को लेकर सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि लाल डायरी में कई राज छुपे हैं. विधानसभा के पटल पर डायरी को क्यों नहीं रखने दिया गया? कांग्रेस के लोग किस बात से डर रहे हैं? उन्होंने कहा कि आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ डायरी लिखते थे, यह उन्होंने खुद बताया है. इसमें वह हिसाब किताब ही लिखते हैं. पिछले साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद स्वीकार किया था कि यदि मंत्री राजेंद्र गुढ़ा नहीं होते तो वे अभी सीएम भी नहीं होते.
उन्होंने कहा कि लाल डायरी में क्या है, उसका कांग्रेस खुद खुलासा करे या फिर विधासनभा के सदन के पटल पर किताब को सार्वजनिक करे. ऐसा नहीं करने पर भाजपा की जब प्रदेश में सरकार आएगी तो वह उसे एक्सपोज करेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सिर्फ यह कहकर लाल डायरी प्रकरण से अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते कि वह सिर्फ एक कपोल कल्पित है. देवनानी समेत भाजपा के कई नेताओं ने लाल डायरी का प्रतीक हाथ में लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा.