
मेडिकल और आईआईटी की प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतरीन रिजल्ट देने के लिए देश में प्रसिद्ध राजस्थान का कोटा शहर इन दिनों सुर्खियों में .है कोचिंग स्टूडेंट्स के लगातार सुसाइड के बढ़ रहे मामलों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं, इस सप्ताह में 2 दिन लगातार 2 स्टूडेंट के सुसाइड मामलों के बाद इस साल स्टूडेंट की सुसाइड का आंकड़ा 8 महीने में 18 पर पहुंच गया है.
रामपुर के मनजोत सिंह छाबड़ा की संदिग्ध मौत का मामला
3 अगस्त को कोटा के विज्ञान नगर इलाके में उत्तर प्रदेश के रामपुर के मनजोत सिंह छाबड़ा की मौत को पुलिस जहां सुसाइड केस मान रही है, वहीं परिजनों ने संदिग्ध परिस्थितियों में मिले शव के चलते हत्या का मुकदमा दर्ज करवाने के लिए शहर एसपी को परिवाद सौंपा है. जिसकी जांच पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र के डीवाईएसपी को सौंपा है. लेकिन परिजन पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं.
परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे के दोनों हाथ रस्सी से बंधे हुए मिले थे और मुंह पर पॉलिथीन बंधा हुआ था कमरे के हालात भी ऐसे नजर आ रहे हैं जैसे उसने खुद को बचाने के लिए संघर्ष किया हो.
पिता ने पीएम ओर यूपी के सीएम से इंसाफ की लगाई गुहार
4 अगस्त को अपने बेटे की संदिग्ध मौत मामले में कोटा पुलिस को हॉस्टल मैनेजर और साथ स्टूडेंट सहित तीन के खिलाफ हत्या का परिवाद देकर बेटे का शव लेकर यूपी रामपुर रवाना हुए. इसके बाद आज पिता हरजोत सिंह छाबड़ा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि उनको पूरा अंदेशा है कि उनके बेटे की हत्या की गई है. उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम कोफैक्स कर पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई एसआईटी से करवाने की मांग की है।.
पिता का आरोप वारदात वाले दिन वार्डन ने नहीं ली अटेंडेंस
कोचिंग स्टूडेंट मनजोत सिंह छाबड़ा के पिता हरजोत सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि हॉस्टल के जिस कमरे में उनका बेटा रहता था, उस कमरे की खिड़की की जाली कटी हुई है और उसके साथी स्टूडेंट के कमरे की भी खिड़की की जाली टूट रही है. वहीं, परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि जिस दिन यह घटना हुई है उस दिन सभी बच्चों की हॉस्टल में रात को अटेंडेंस ली गई लेकिन मनजोत की अटेंडेंस लेने कोई नहीं पहुंचा. उन्होंने हॉस्टल संचालक पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
पुलिस मान रही है सुसाइड
संदिग्ध हालत में हॉस्टल के कमरे में मिले मनजोत के शव के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंच कर मौका मुआयना किया था. पुलिस उप अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ ने बताया कि इस प्रकरण में शुरू से ही गहनता से जांच की गई है. मौके पर मिले साक्ष्य हत्या की पुष्टि नहीं करते हैं, फिर भी विभिन्न एंगल से मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस स्टूडेंट सेल का प्रयास प्रत्येक बच्चे तक पहुंचना
कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स के सुसाइड मामले को लेकर पुलिस भी चिंतित है. पिछले दिनों कोटा पुलिस ने कोचिंग स्टूडेंट्स अवसाद मुक्त रह सकें, इसके लिए स्टूडेंट सेल भी शुरू की है. पुलिस स्टूडेंट्स सेल टीम के सदस्य हर रोज कोचिंग एरिया में पहुंचकर हॉस्टल बाजार पीजी मे पहुंचकर विद्यार्थियों से संवाद करते हैं. किसी भी तरह की परेशानी होने पर मदद के लिए तैयार रहने का भरोसा दिलाते हैं.
कोचिंग स्टूडेंट्स को अवसाद मुक्त रखने का प्रयास
पुलिस स्टूडेंट सेल के इंचार्ज एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील बताते हैं कि हमारा प्रयास है कि प्रत्येक बच्चे तक हमारी टीम का संपर्क रहे. बच्चों को अवसाद मुक्त रखा जा सके. अब तक करीब 200 बच्चों की परेशानियों की कंप्लेन भी हमें बच्चों से प्राप्त हुई है, जिसमें लगभग सभी बच्चों को सेल की ओर से मदद पहुंचाई गई है. कोचिंग स्टूडेंट्स की ज्यादातर समस्या डिप्रेशन सिक्योरिटी फीस रिफंड हॉस्टल में आपस में झगड़ा जैसी बातें की कंप्लेन स्टूडेंट हम से आकर करते हैं.