Astro News: सभी ग्रह एक निश्चित अन्तराल के बाद अपनी राशि बदलते हैं, जिसकी वजह से हर माह किसी ना किसी ग्रह की राशि में तब्दीली होती है. इस परिवर्तन को ज्योतिष की भाषा में ग्रहों का गोचर कहते हैं. इसी परिवर्तन के तहत बुध ग्रह 5 अगस्त को सिंह राशि में वक्री हो जाएंगे. ज्योतिर्विदों के अनुसार, इस महीने में चार प्रमुख ग्रह मंगल, सूर्य, बुध और शुक्र अपनी चाल बदलेंगे और राशि परिवर्तन करेंगे. इस राशि परिवर्तन से कई शुभ योग बनेंगे, जिनमें बुधादित्य राजयोग और समसप्तक योग भी होगा.
सिंह राशि में त्रिग्रही योग भी निर्मित होगा. अगस्त महीने में सूर्य के स्वामित्व वाली सिंह राशि में स्वयं सूर्य, बुध और शुक्र का मिलन होगा. इन तीनों के मिलन से त्रिग्रही योग निर्मित होगा. जिसके कारण 12 राशियों पर इन ग्रहों का असर दिखाई देगा. इसके अलावा बृहस्पति ग्रह का भी नक्षत्र परिवर्तन होगा, जो 20 अगस्त को दोपहर 4 बजकर 13 मिनट पर मृगशिरा नक्षत्र में होगा. 30 अगस्त को सूर्य देवता पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र में अपराह्न 3 बजकर 46 मिनट पर गोचर करेंगे.
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पन्डित हरिनारायण मन्नासा बताते हैं कि बुध के अभी सिंह राशि में होने के साथ ही 5 अगस्त को प्रातः 10 बजकर 26 मिनट पर वक्री हो जाएंगे. उसके बाद 22 अगस्त को सिंह राशि से निकल कर कर्क राशि में सुबह 6 बजकर 38 मिनट पर प्रवेश करेंगे. फिर 29 अगस्त को मध्यरात्रि में 2 बजकर 44 मिनट पर बुद्ध मार्गी हो जाएंगे. ग्रहों की ये चाल सभी राशियों पर अपना प्रभाव डालेगी, जो अच्छा और बुरा दोनों ही तरह का हो सकता है. मन्नासा का कहना है कि हर एक महीने में ग्रहों की स्थिति में तब्दीली होती है, जिसका असर सभी राशियों के जातकों पर नजर आता है. जब ग्रहों का राशि परिवर्तन होता है तो इसका शुभ और अशुभ दोनों ही तरह का असर सभी राशियों पर पड़ता है. इसका प्रभाव किस राशि पर कैसा पड़ेगा, ये जातक की कुन्डली देख कर बताया जा सकता है.
बुध ग्रह के वक्री होने का प्रभाव वृष, मकर, वृश्चिक, कन्या और सिंह राशि पर शुभ रहेगा. वहीं कुम्भ, मीन, धनु, कर्क, तुला, मेष और मिथुन राशियों पर अशुभ रह सकता है.
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