G20 शिखर सम्मेलन के लिए आधिकारिक यात्रा पर राजधानी दिल्ली आए ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार को दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया. प्रधानमंत्री सुनक का मंदिर में पुजारियों और स्वयंसेवकों के एक समूह ने स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने परिसर का दौरा किया. पीएम सुनक भारत का दौरा करने वाले भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री हैं.
पीएम सुनक ने कहा, मुझे अपनी हिंदू विरासत पर गर्व है
अक्षरधाम मंदिर का दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री सुनक ने पूरे मंदिर प्रांगण का दौरा किया, इनमें कई हिंदू मंदिर, उद्यान और संग्रहालय शामिल हैं. इस दौरान उन्होंने एक प्रार्थना समारोह में भी हिस्सा लिया. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी हिंदू विरासत पर गर्व है और मंदिर का दौरा करना उनके लिए सम्मान की बात है.
''मुझे गर्व है कि मैं हिंदू हूं.''
"इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ, मैं इसी तरह हूं."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगे ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक
गौरतलब है आज जी-20 शिखर सम्मेलन का दूसरा और आखिरी दिन है. भारत की अध्यक्षता में राजधानी में हो रहे जी-20 समिट के दूसरे दिन पीएम सुनक आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित अन्य भारतीय नेताओं से मिलेंगे. साथ ही, उनके एक बिजनेस शिखर सम्मेलन में भाग लेने और भारत की कुछ प्रमुख तकनीकी कंपनियों का दौरा करने की भी उम्मीद है.
पीएम सुनक ने भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात
ब्रिटिश पीएम सुनक की भारत यात्रा एक महत्वपूर्ण घटना है. इससे ब्रिटेन और भारत के बीच संबंध मजबूत होने की संभावना है. यह यात्रा वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते महत्व का भी संकेत है. पीएम सुनक ने रविवार को भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की. दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश और जलवायु परिवर्तन सहित कई मुद्दों पर चर्चा की.
भारत-ब्रिटेन संबंधों को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध: PM सुनक
प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि वह भारत की आर्थिक वृद्धि और एक प्रमुख वैश्विक शक्ति बनने की क्षमता से प्रभावित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह भारत के साथ ब्रिटेन के संबंधों को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सुनक ने कहा, ''मेरा मानना है कि ब्रिटेन और भारत आने वाले वर्षों में स्वाभाविक साझेदार हो सकते हैं, हमारे पास एक-दूसरे को देने के लिए बहुत कुछ है और मुझे विश्वास है कि हम अपने दोनों देशों के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं."