
Rajasthan News: सीएम भजनलाल शर्मा ने इस साल यानी 2025-26 में 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. सीएम न शुक्रवार (21 मार्च) को कहा कि पीएम मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम' अभियान से प्रेरणा लेकर राज्य सरकार ने 'मिशन हरियालो राजस्थान' के तहत 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसके अंतर्गत वर्ष 2024-25 में प्रदेश में 7 करोड़ पौधे लगाए गए तथा बजट वर्ष 2025-26 की घोषणा की अनुपालना में इस वर्ष 10 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे.
सीएम विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर जयपुर के राजस्थान इन्टरनेशनल सेन्टर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रकृति हमारे जीवन का आधार है. हमारी संस्कृति में पेड़, प्रकृति एवं पहाड़ों की पूजा की जाती है तथा राजस्थान का पर्यावरण संरक्षण से पुराना नाता रहा है. उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि हम वनों को बचाने और अपनी जैव-विविधता को संरक्षित करने के साथ ही आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरा भरा और स्वस्थ राजस्थान बनाने का संकल्प लें.
प्रदेश के गोडावण संरक्षण के प्रयासों की हो रही सराहना
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वन, पर्यावरण एवं जलवायु संतुलन के प्रयासों में एक वैश्विक लीडर बनकर उभरे हैं. ग्लासगो में आयोजित कोप 26 के दौरान प्रधानमंत्री जी ने दुनिया के सामने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पांच प्रतिबद्धताएं अर्थात पांच अमृत तत्व रखे हैं, जिनमें वन भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रीय वन्यजीव मंडल की बैठक में गोडावण पर राज्य में किए जा रहे संरक्षण कार्यों की सराहना करते हुए राष्ट्रीय गोडावण संरक्षण एक्शन प्लान की भी घोषणा की है.
रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकल को बढ़ावा दे रही राज्य सरकार
सीएम शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर हमारी सरकार थ्री आर यानी रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकल को बढ़ावा देकर कचरे के प्रभावी प्रबंधन, जल संरक्षण, नवीकरणीय ऊर्जा और संसाधन दक्षता पर विशेष ध्यान दे रही है. इसी दिशा में हमारी सरकार ने बजट 2025-26 में राजस्थान सर्कुलर इकोनॉमी इन्सेंटिव स्कीम 2025 की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में बेहतरीन कार्य किए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की देशभर में नई पहचान बन रही है.
उन्होंने कहा कि हरित आवरण में कृषि वानिकी की इस महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हुए हमारी सरकार राज्य में पहली बार कृषि वानिकी नीति ला रही है. इसी तरह राज्य सरकार द्वारा स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण एवं विस्तार हेतु “एक जिला एक प्रजाति“ कार्यक्रम, सभी जिलों में मातृ वन की स्थापना, वन रक्षकों की भर्ती जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. साथ ही, हमारी सरकार द्वारा ग्रासलैंड के महत्व को समझते हुए राज्य में वृहद स्तर पर ग्रासलैंड संरक्षण एवं विकास के कार्य एवं घड़ियाल संरक्षण के लिए सवाई माधोपुर में पालीघाट के निकट एक घड़ियाल रियरिंग सेंटर की स्थापना की जा रही है.
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