
Lalsot News: दौसा जिले के लालसोट से इस समय बड़ी खबर सामने आई है. पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता परसादीलाल मीणा ने कांग्रेस की बैठक में लालसोट के विधायक रामबिलास मीणा और लालसोट के प्रशासनिक अधिकारियों को खुलकर आड़े हाथ लिया है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि लालसोट में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है और यहां की स्थिति चिंताजनक हो चुकी है.
परसादीलाल मीणा ने भ्रष्टाचार की एक तरह से ''रेट लिस्ट'' गिनवाई और कहा कि लालसोट में हर काम की कीमत तय है. उन्होंने आरोप लगाया कि ''एक बजरी के डंपर के दस हजार रुपए पुलिस के जरिए विधायक तक पहुंचते हैं.'' नगर पालिका क्षेत्रों में ज़मीन का 90A कराने के लिए पांच लाख रुपए वसूले जाते हैं, वहीं जमीन की पैमाइश कराने के लिए भी एक लाख रुपए देने पड़ते हैं.
''गरीब किसानों के ट्रैक्टर बंद कर दिए गए हैं''
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बजरी की एक ट्रॉली तीन हजार रुपए में आती थी, लेकिन आज वही 16 हजार रुपए में मिल रही है. गरीब किसानों के ट्रैक्टर बंद कर दिए गए हैं, जबकि पैसे वालों के बजरी के डंपर धड़ल्ले से चल रहे हैं. उन्होंने तहसीलदार अमितेश मीणा के मामले पर भी नाराजगी जताई और कहा कि वकीलों को आंदोलन करना पड़ा, जबकि तहसीलदार को तो एक फोन पर ही एपीओ कर देना चाहिए था.
''लालसोट में सटोरियों और भूमाफियाओं का दबदबा''
पूर्व मंत्री ने लालसोट की मौजूदा स्थिति पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यहां सटोरियों और भूमाफियाओं का दबदबा है, जिन्होंने माहौल को खराब कर रखा है. उनका कहना था कि इन लोगों का काम सिर्फ पैसा पैदा करना है, जबकि हमारा मकसद जनता तक राहत पहुंचाना था. यह तीखा बयान उन्होंने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चांदसेन और नगर कांग्रेस कमेटी की संयुक्त बैठक में दिया.
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