![IPL मैचों पर सट्टा लगा रहे 4 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने साढ़े 10 करोड़ रुपए का हिसाब पकड़ा, जांच जारी IPL मैचों पर सट्टा लगा रहे 4 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने साढ़े 10 करोड़ रुपए का हिसाब पकड़ा, जांच जारी](https://c.ndtvimg.com/2024-04/7e03c478_ipl-betting_625x300_05_April_24.jpeg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
IPL 2024: लोकसभा चुनाव के साथ इस समय पूरे देश में एक और शोर सुनाई दे रहा है. यह शोर है आईपीएल का. टी-20 क्रिकेट का महाकुंभ देश के अलग-अलग शहरों में जारी है. क्रिकेट के रोमांच के साथ-साथ सट्टेबाजी भी चल रही है. क्रिकेट में सट्टेबाजी के एक गिरोह का खुलासा राजस्थान पुलिस ने किया है. पुलिस ने सवाई माधोपुर जिले से आईपीएल मैचों में सट्टा लगाने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को इन आरोपियों के पास से करीब साढ़े 10 करोड़ रुपए का हिसाब भी मिला है.
दरअसल सवाई माधोपुर की कोतवाली थाना पुलिस ने आईपीएल क्रिकेट मैचों पर ऑनलाइन सट्टे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सट्टा लगाने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 10 करोड़ 50 लाख हजार रुपए का लेनदेन का हिसाब भी पकड़ा है.
कोटा के रहने वाले चारों आरोपी
पुलिस ने आरोपी प्रकाश ठाकुर निवासी न्यू कॉलोनी गुमानपुरा कोटा, हरीश त्रिकोटिया निवासी त्रिवेणी आवास बजरंग नगर बोरखेडा कोटा, लोकेश कुमार वनवानी निवासी बजरंग नगर कोटा तथा नितीन व्यास निवासी लाडपुरा करबला कोटा को गिरफ्तार किया है.
लग्जरी होटल के वीआईपी कमरे से हो रही थी सट्टेबाजी
कोतवाली थानाधिकारी राजवीर सिंह ने बताया कि सवाई माधोपुर शहर स्थित एक लग्जरी होटल में आरोपियों ने वीआईपी कमरे किराए पर ले रखे थे. आरोपी होटल के कमरे से ही आईपीएल क्रिकेट मैचों पर ऑनलाइन सट्टा संचालित कर रहे थे. पुलिस को मुखबीर से मिली सूचना पर एसपी ममता गुप्ता के निर्देशन में एएसपी विजय सिंह मीणा व पुलिस उपाधीक्षक शहर हेमेंद्र शर्मा के सुपरविजन और कोतवाली थानाधिकारी राजवीर सिंह के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया.
ब्यावर और भीलवाड़ा में सट्टा गिरोह का सरगना
पुलिस पूछताछ में सटोरियों ने बताया कि विक्की निवासी ब्यावर व भरत निवासी भीलवाड़ा आईपीएल क्रिकेट सट्टा गिरोह के सरगना हैं. पुलिस के अनुसार गिरोह के प्रत्येक सदस्य का अपना अपना काम बंटा हुआ था. नितीन व्यास का काम रजिस्टर में इंट्री करना, हरीश का काम लेपटॉप चलाना, लोकेश का काम आउट गोइ्ंग का काम भाव का बोलना था.
सटोरियों द्वारा फोन लाइन लेकर इंटरनेट के जरिए सम्पर्क में रहकर विभिन्न मोबाइल फोनों व फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त की गई सिमों, लेपटॉप, स्पीकर, रजिस्टर, पैन आदि का उपयोग कर आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टे की लगाईवाली व खाईवाली कर लोगों के साथ छल कर धोखाधड़ी कर अनुचित लाभ प्राप्त करने का अपराध किया जा रहा था.
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