राजस्थान में इन दिनों लगातार नवजात बच्चियों को लावारिस छोड़ने के मामले सामने आ रहे हैं. इसी हफ्ते झुंझुनूं में कचरे के ढेर में एक सफाईकर्मी को एक नवजात बच्ची का शव पड़ा मिला. दो महीने पहले जालोर जिले में भी ऐसी एक घटना सामने आई थी जहां एक नवजात बच्ची एक मकान की छत की बाउंड्री पर लावारिस हालत में मिली. अब बांसवाड़ा जिले के एक गांव में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक तालाब के किनारे एक नवजात बच्ची को कोई लावारिस छोड़ गया.
यह मामला बांसवाड़ा के गढ़ी थाना क्षेत्र के बोरी गांव का है. वहां गुरुवार, 4 दिसंबर को उस समय सनसनी फैल गई जब तालाब किनारे झाड़ियों के बीच एक अज्ञात नवजात बच्ची गत्ते के बॉक्स में कपड़े में लिपटी हुई मिली. रास्ते से गुज़रती एक महिला ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी. इसके बाद उसने पास जाकर देखा तो वह हैरान रह गई.
गांववालों ने पुलिस को बुलाया
महिला ने तुरंत स्थानीय ग्रामीणों को सूचना दी. कुछ ही मिनटों में ग्रामीण एकत्रित हो गए और मामले की गंभीरता को देखते हुए 108 व पुलिस को अवगत कराया.
सूचना मिलते ही 108 एम्बुलेंस व गढ़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची. नवजात बच्ची को प्राथमिक उपचार के लिए परतापुर अस्पताल ले जाया गया. बच्ची की स्थिति नाज़ुक देखते हुए उसे मध्य रात्रि लगभग 12 बजे एमजी अस्पताल रेफर किया गया.
जन्म के कुछ देर बाद ही छोड़ दी बच्ची
गढ़ी थाना पुलिस के एएसआई मांगीलाल ने बताया कि नवजात को जन्म के तुरंत बाद ही तालाब किनारे छोड़ दिया गया था. बॉक्स में लिपटी बच्ची ठंड के कारण सही से सांस नहीं ले पा रही थी.
फिलहाल उसे चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है और हालत स्थिर बताई जा रही है. पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है तथा नवजात के माता-पिता की तलाश शुरू कर दी है.
ये भी पढ़ें-:
LIVE TV देखें