
Jaipur Cyber Fraud News: जयपुर में डिजिटल अरेस्ट और साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. पीड़ित 70 वर्षीय राजकुमार से 56 लाख रुपये की साइबर ठगी की गई. यह रकम उन्होंने अपने बुढ़ापे और दिव्यांग बेटे के भविष्य के लिए पेंशन के रूप में जमा की थी. साइबर ठगों ने खुद को CBI और ED अधिकारी बताकर राजकुमार को डराया और कहा कि उनके बैंक खाते से डेढ़ करोड़ रुपये खालिस्तानियों को ट्रांसफर किए गए हैं. इसके बाद ठगों ने राजकुमार को चार दिन तक डिजिटल तरीके से घर में नजरबंद रखा.
धमकी दी कि उन्हें और उनके बेटे को जेल भेज दिया जाएगा
चार दिनों तक लगातार ठगों ने वीडियो कॉलिंग के जरिए राजकुमार और उनके दिव्यांग बेटे को 24 घंटे निगरानी में रखा. हर घंटे रिपोर्ट भेजने और मैसेज करने को कहा जाता था. मानसिक दबाव और डर के चलते राजकुमार साइबर ठगों के जाल में फंसते चले गए. ठगों ने उन्हें धमकी दी कि उन्हें और उनके बेटे को जेल भेज दिया जाएगा या मार दिया जाएगा.
क-एक पैसा जोड़कर यह पेंशन बनाई थी
राजकुमार ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन का एक-एक पैसा जोड़कर यह पेंशन बनाई थी. वह आदित्य बिड़ला ग्रुप में असिस्टेंट मैनेजर पद पर 35 साल तक कार्यरत रहे. बेटे को समय देने के लिए उन्होंने 10 साल पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ली थी. उन्होंने बताया कि उनका बेटा चौथे नंबर का है और दिव्यांग है.
पुलिस कर रहे मामले की जांच
राजकुमार की जिंदगी पहले ही त्रासदियों से भरी रही है. उनके कुल 7 बच्चे हुए थे, लेकिन किसी कारणवश छह बच्चों की मौत हो गई. अब उनका इकलौता सहारा उनका दिव्यांग बेटा रवि है. राजकुमार की पत्नी सुलोचना की 2018 में मृत्यु हो गई थी. मरने से पहले उन्होंने राजकुमार से कहा था – ''बेटे का ध्यान रखन''. साइबर ठगों ने इसी भावनात्मक पक्ष को अपना निशाना बनाया और बेटे को जेल भेजने की धमकी देकर राजकुमार को तोड़ दिया. डर और सदमे में आकर उन्होंने अपने जीवनभर की कमाई, यानी बुढ़ापे की जमा पेंशन की रकम, ठगों के कहे अनुसार तीन अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी.
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