
ACB Action: राजस्थान में सरकार कर्मचारी और अधिकारी घूस लेने से बाज नहीं आ रहे हैं. रिश्वत का खेल हर सरकारी विभाग के साथ निजी क्षेत्र में चल रहा है. राजस्थान में सबसे ज्यादा रिश्वत का गोरखधंधा जमीन को लेकर हो रही है. जहां एक ओर भू-माफिया जमीन का सौदा कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर किसान की भूमि को लेकर सरकारी विभाग के कर्मचारी रिश्वत का खेल खेलते नजर आ रहे है. ताजा मामला नागौर का है, जहां एक पटवारी ने कृषि भूमि के लिए 10000 रुपये की डील की. लेकिन परिवादी ने एसीबी को शिकायत दी थी, ऐसे में ACB टीम ने पटवारी को ट्रैप कर रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर सोमवार (1 सितंबर) तो नागौर चौकी एसीबी इकाई ने ट्रैप कार्रवाई करते हुए रियांबड़ी तहलील में पटवारी सुरेश कुमार मेघवाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. एसीबी ने पटवारी के पास से 9,500 रुपये रिश्वत की राशि बरामद की है. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर पूछताछ जारी है.
10000 रुपये की डील तय
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि ACB चौकी नागौर को एक शिकायत मिली कि परिवादी के पैतृक कृषि भूमि के आपसी सहमति से किये गये बंटवारे की तरमीम करने की एवज में 10,000 रुपये की रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है. वहीं इस शिकायत के आशय में एसीबी की टीम ने 29 अगस्त को रिश्वत मांग सत्यापन करवाया गया, जिसमें आरोपी द्वारा 10,000 रुपये रिश्वत की मांग कर 10,000/- रुपये रिश्वत राशि लेना तय किया.
500 रुपये पटवारी ने लौटाए
इसके बाद एसीबी की टीम ने रिश्वतखोर पटवारी सुरेश कुमार मेघवाल को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछा कर ट्रैप कार्रवाई की. टीम ने सुरेश कुमार मेघवाल को परिवादी से 10000 रुपये रिश्वत लेते देखा गया. वहीं परिवादी के निवेदन पर पटवारी ने 500 रुपये उसे वापस भी किये. ऐसे में एसीबी की टीम को पटवारी के पास से 9500 रुपये बरामद हुआ.
पटवारी सुरेश कुमार मेघवाल के खिलाफ अब पूछताछ की जा रही है. वहीं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा. पटवारी के अन्य ठिकानों पर भी एसीबी की छापेमारी हो सकती है.
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