
ACB Action: राजस्थान में इन दिनों वन विभाग पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम की कड़ी नजर है. हाल ही में एसीबी की टीम ने उदयपुर में एक वन अधिकारी और वन रक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. दोनों ही कर्मचारी 4 लाख 61 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया था. दोनों कर्मचारियों के खिलाफ एसीबी को शिकायत मिली थी, जिसके बाद ट्रैप कार्रवाई की गई थी. वहीं अब नया मामला चित्तौड़गढ़ से आया है. जहां DFO ऑफिस में छापेमारी की गई और दो वन विभाग के अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया.
बताया जा रहा है कि कोटा एसीबी की टीम ने सोमवार (24 मार्च) को चित्तौड़गढ़ में डीएफओ ऑफिस पर दबिश दी. इस दौरान एक रेंजर और सहायक वनपाल को 78 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है.
1.20 लाख रुपये का चेक लेते हुए ट्रैप
बताया जा रहा है एसीबी की कार्रवाई एएसपी मुकुल शर्मा के नेतृत्व में की गई है. वहीं खबर सामने आई है कि एसीबी कोटा को शिकायत दी गई थी कि बिल पास करवाने के एवज में पीड़ित को परेशान किया जा रहा है. इस शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसके बाद भ्रष्ट कर्मचारियों को पकड़ने के लिए ट्रैप कार्रवाई की गई. इस दौरान रेंजर राजेंद्र चौधरी और सहायक वनपाल राजेंद्र मीणा को 1 लाख 20 हजार रुपये का चेक लेते ट्रैप किया गया. वहीं 78 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. एसीबी को दोनों से अब पूछताछ कर रही है. जबकि एक महिला की भी भूमिका पर शक हो रहा है.
एसीबी की टीम अब पूरे मामले में अन्य कर्मचारियों पर शिकंजा कस सकती है. बताया जाता है कि डीएफओ ऑफिस में दबिश देकर कार्रवाई की गई है. माना जा रहा है कि एसीबी की ओर से बयान आने के बाद और भी कई खुलासे किये जा सकते हैं.
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