
अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) ने मंगलवार को कहा कि कंपनी को अपने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) के लिए एक प्रोजेक्ट फाइनेंस स्ट्रक्चर के जरिए 1 अरब डॉलर की फाइनेंसिंग मिली है. फाइनेंसिंग स्ट्रक्चर में एडिशनल 250 मिलियन डॉलर जुटाने का प्रावधान भी शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप कुल 1 अरब डॉलर की फाइनेंसिंग होगी.
"बेहतर फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करेगा"
अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी और भारत के सबसे बड़े निजी हवाई अड्डा संचालक ने कहा कि यह फ्रेमवर्क एमआईएएल के विकास, आधुनिकीकरण और क्षमता वृद्धि के लिए पूंजीगत व्यय कार्यक्रम के लिए बेहतर फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करेगा. यह नई फाइनेंसिंग हाल ही में वैश्विक बैंकों के एक संघ से एएएचएल द्वारा प्राप्त 750 मिलियन डॉलर की फाइनेंसिंग के बाद हुई है.
"यह अदाणी एयरपोर्ट्स के ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म की शक्ति"
लेटेस्ट ट्रांजैक्शन डायवर्सिफाइड ग्लोबल कैपिटल मार्केट तक अदाणी की पहुंच और भारत के नेक्स्ट जनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म पर हाई-क्वालिटी वाले निवेशकों को आकर्षित करने की कंपनी की क्षमता का प्रमाण है. अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड के सीईओ अरुण बंसल ने कहा, "यह अदाणी एयरपोर्ट्स के ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म की शक्ति, मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है. "
"हमें पूंजी के ग्लोबल पूल तक अपनी पहुंच को गहरा करने पर गर्व"
उन्होंने आगे कहा, "अपोलो मैनेज्ड फंड्स और अग्रणी संस्थागत निवेशकों की भागीदारी के साथ, हमें पूंजी के ग्लोबल पूल तक अपनी पहुंच को गहरा करने पर गर्व है. सबसे बड़े प्राइवेट इंवेस्टमेंट-ग्रेड प्रोजेक्ट फाइनेंस निर्गमों में से एक को सुरक्षित करने की हमारी क्षमता वित्तीय अनुशासन, पूंजी दक्षता और लॉन्ग-टर्म वैल्यू क्रिएशन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है."
यह एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भारत का पहला इन्वेस्टमेंट ग्रेड (आईजी) रेटेड प्राइवेट बॉन्ड निर्गम है. इस लेन-देन का नेतृत्व अपोलो-मैनेज्ड फंड्स द्वारा किया गया, जिसमें प्रमुख संस्थागत निवेशकों और बीमा कंपनियों के एक समूह की भागीदारी थी. इसमें ब्लैकरॉक-मैनेज्ड फंड, स्टैंडर्ड चार्टर्ड आदि शामिल थे, जो भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के अवसर और अदाणी एयरपोर्ट्स के ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म में वैश्विक विश्वास को रेखांकित करता है.
इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलने के लॉन्ग-टर्म विजन के लिए प्रतिबद्ध
एमआईएएल के स्थिर परिसंपत्ति आधार, नकदी प्रवाह और ऑपरेशनल एक्सीलेंस द्वारा समर्थित, नोटों को बीबीबी-/स्टेबल रेटिंग दिए जाने की उम्मीद है. एएएचएल ने कहा कि कंपनी आधुनिकीकरण, क्षमता विस्तार, डिजिटलीकरण और टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन में निरंतर निवेश के माध्यम से हवाई अड्डों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलने के लॉन्ग-टर्म विजन के लिए प्रतिबद्ध है. यह ट्रांजैक्शन एमआईएएल के सस्टेनेबिलिटी एजेंडे को भी गति देगा, जो 2029 तक नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करने के अपने लक्ष्य का समर्थन करेगा. एएएचएल को 2019 में अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी के रूप में शामिल किया गया था.
मुंबई एयरपोर्ट को भारत का सबसे बड़ा ‘एयरोट्रॉपोलिस' बनाने का विजन
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL), एक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर काम करता है, जिसमें अदाणी एयरपोर्ट्स की 74 फीसदी और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की 26 फीसदी हिस्सेदारी है. अदाणी ग्रुप इस एयरपोर्ट को भारत का सबसे बड़ा ‘एयरोट्रॉपोलिस' बनाने का विजन रखता है, जिसमें केवल एयर ट्रैवल नहीं बल्कि बिजनेस, रेसिडेंशियल और कॉमर्शियल फैसिलिटीज का भी विस्तार शामिल है.
यह भी पढ़ें: 'हम सिर्फ बिजनेस नहीं बनाते, भारत की क्षमताएं बनाते हैं', AGM में बोले अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी