Ajmer News: अजमेर कलक्ट्रेट स्थित सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के बाहर कई लोग पेंशन की आस में खड़े हैं. पिछले 2 महीने से वृद्धजनों, दिव्यांगों, किसानो और विधवाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिल पा रही है. इसके चलते लाभार्थियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. हाथों में बैंक की डायरी और दस्तावेज लिए बुजुर्ग यह आस लगा रहे हैं कि जल्द ही पेंशन मिलेगी और उनके घर में राशन की व्यवस्था हो पाएगी. बुजुर्ग बताते हैं कि रुकी हुई पेंशन (Pension) की जानकारी लेने बैंक में जाते हैं तो बैंक अधिकारी इन्हें बेरंग लौटा देते हैं.
"पति का देहांत हो चुका, कोई संतान नहीं, पेंशन रूकने से संकट"
पेंशन का इंतजार कर रही शिवा देवी बताती हैं कि इनकी 3 महीने से पेंशन नहीं आ रही है. उनके पति का देहांत हो गया. वह किराए के मकान में रहती है, उनके कोई संतान भी नहीं है. जिसकी वजह से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हुआ है. कभी विभाग के दफ्तर तो कभी बैंक के चक्कर लगा लगाकर वह थक चुकी हैं.
जन आधार में गलती सुधारने के लिए महिला लगा रही चक्कर
कविता ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी भी पिछले 2 महीने से पेंशन नहीं आ रही है. विभाग की ओर से जन आधार में कोई त्रुटि होने की बात कही गई. जिसे वह सही करने के लिए पिछले कई दिनों से विभाग के चक्कर काट रही है. पेंशनर समाज के जिला अध्यक्ष कश्मीर सिंह ने बताया कि राजस्थान में दी जाने वाली इस पेंशन में विपरीत भारी अनियमितताएं आ रही हैं. रोजाना सैकड़ों बुजुर्ग सरकारी ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं.
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