
Rajasthan News: कोटपूतली-बहरोड़ जिले के पावटा में बाबा बालनाथ आश्रम में एक वर्ष से चल रहे 108 कुण्डीय महामृत्युंजय रूद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति रविवार को संपन्न हुई. इस अवसर पर आयोजित सनातन सम्मेलन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाग लिया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'विकास के साथ विरासत' की सोच को रेखांकित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को पुनर्स्थापित कर रही हैं.
यह कालखंड भारतीय संस्कृति के पुनरुत्थान का है: CM
सीएम ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ धाम, महाकाल लोक और केदारनाथ पुनर्निर्माण का हवाला देते हुए कहा कि "यह कालखंड भारतीय संस्कृति के पुनरुत्थान का है. मुख्यमंत्री ने अमित शाह के नेतृत्व को भी देश के लिए प्रेरणादायी बताया. उन्होंने कहा कि चाहे धारा 370 को हटाना हो या सहकारिता क्षेत्र को नई दिशा देना अमित शाह की दूरदर्शिता और संकल्पशक्ति भारत को नई ऊंचाइयों की ओर ले जा रही है."
नाथ परंपरा की महिमा को लेकर अमित शाह ने क्या कहा?
अमित शाह ने इस अवसर को सामाजिक समरसता और पर्यावरण संरक्षण का अनूठा प्रयास बताते हुए कहा कि बाबा बस्तीनाथ ने इस आयोजन के माध्यम से समाज को जोड़ने और धर्ममय जीवन की प्रेरणा देने का महत्वपूर्ण कार्य किया है. उन्होंने कहा कि इस यज्ञ में शामिल होकर हजारों श्रद्धालुओं ने नशामुक्ति की प्रतिज्ञा ली और सामाजिक सौहार्द का संकल्प लिया, जो इस आयोजन की सार्थकता को दर्शाता है.
शाह ने नाथ परंपरा की महिमा का उल्लेख करते हुए कहा कि महाप्रभु आदिनाथ से लेकर बाबा बालनाथ जी तक की परंपरा ने सनातन धर्म को शक्ति दी है. उन्होंने कहा बाबा बालनाथ जी ने जीवनभर तप और वैराग्य का संदेश दिया, और आज उनकी इस ऊर्जा को बाबा बस्तीनाथ जी आगे बढ़ा रहे हैं.
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