
Mysterious Disease In Animals: हनुमानगढ़ जिले के भादरा क्षेत्र के कई गांवों में करीब दो माह से एक अज्ञात रोग के कारण पशुओं की मौत के आंकड़ों में लगातार इजाफा होता जा रहा है, जो ग्रामीण अंचल के कृषि और पशुपालन से जुड़े लोगों को बुरी तरह से प्रभावित किया है. एनडीटीवी राजस्थान टीम ने भयावह मंजर को लेकर ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर पशुपालकों और ग्रामीणों से बात की.
ग्रामीणों और पशुपालकों में पशुओं की लगातार हो रही मौतों को लेकर पशु पालन विभाग और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश साफ नजर आया. ग्रामीणों का आरोप है कि मध्य जनवरी से अब तक अकेले मुंसरी गांव में 500 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है, और अभी भी मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी तो छोड़ो पटवारी तक ने पशुपालकों की विपदा की सुध लेने की जहमत तक नहीं उठाई है.
पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि पशु पालन विभाग को मामले की सूचना लगभग 10 दिन पहले दी गई, लेकिन पिछले दो दिन पूर्व ही चिकित्सकों ने पशुओं को दवा देना शुरू किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समय रहते इलाज शुरू हो जाता तो पशुओं की मौत के लगातार बढ़ते आंकड़े पर पहले ही विराम लगाया जा सकता था.
गांव में कार्यरत वेटरनरी डॉक्टर मुकद्दर अली का कहना है कि विभागीय आंकड़ों के अनुसार गांव में कुल पशुओं की संख्या 2200 है, जिनमे से 1500 पशुओं के टीकाकरण कर दिया गया है, जिसमें से करीब 170 पशुओं की मौत हो चुकी है, जबकि अभी आसपास की कई ढाणियों का टीकाकरण किया जाना बाकी है.
चिकित्सक अली के अनुसार स्थिति अभी नियंत्रण में है. उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे टीकाकरण किया जा रहा है, पशुओं के मौत के आंकड़ों और नए मामले आने कम हुए हैं. उन्होंने बताया कि मृत पशुओं के सैंपल लैब में भेजे हुए है, रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा कि आखिर यह रहस्यमयी बीमारी का पता लग सकेगा.
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