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अशोक गहलोत के दामाद गौतम अश्विनी बने बॉम्बे हाईकोर्ट के जज, 1 साल से चल रही थी प्रक्रिया, ऐसे हुई नियुक्ति

अशोक गहलोत के दामाद गौतम अश्विनी को बॉम्बे हाईकोर्ट का जज बनाया गया. करीब एक साल से चली प्रक्रिया के बाद जानें कैसे मिली नियुक्ति??

अशोक गहलोत के दामाद गौतम अश्विनी बने बॉम्बे हाईकोर्ट के जज, 1 साल से चल रही थी प्रक्रिया, ऐसे हुई नियुक्ति
बॉम्बे हाईकोर्ट के जज बनें गौतम अश्विनी

Bombay High Court Judge: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दामाद गौतम अश्विनी को बॉम्बे हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति करीब एक साल तक चली लंबी प्रक्रिया और सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों के बाद केंद्र सरकार की मंजूरी के साथ पूरी हुई.

गौतम पेशे से वकील रहे हैं और उन्होंने लंबे समय से बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की है. उनकी पहचान एक सधे हुए कानूनी पेशेवर के तौर पर रही है. वह अशोक गहलोत की बेटी सोनिया गहलोत के पति हैं.

कई महीनों बाद नियुक्ति पर लगी मुहर

जानकारी के अनुसार न्यायिक सेवा में उनकी नियुक्ति की सिफारिश पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने की थी जिसे सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने मंजूरी दी थी. हालांकि प्रक्रिया में कई महीनों का समय लगा और अब जाकर केंद्र सरकार की अधिसूचना के बाद नियुक्ति पर मुहर लगी.

गहलोत के परिवार के पहले न्यायाधीश 

गौरतलब है कि अशोक गहलोत खुद भी कानून की पढ़ाई कर चुके हैं और लंबे समय से राजनीतिक जीवन में सक्रिय हैं. तीन बार सीएम रह चुके हैं. उनके परिवार का यह पहला सदस्य है जिसे उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है. राजनीतिक हलकों में इस नियुक्ति को लेकर चर्चा है, लेकिन न्यायिक क्षेत्र में इसे एक सामान्य प्रक्रिया और योग्यता आधारित चयन के रूप में देखा जा रहा है.

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