
Rajasthan: पवित्र सावन महीने के अंतिम सोमवार पर नागौर के प्रताप सागर तालाब की पाल पर बर्फानी बाबा की जीवंत झांकी सजाई गई. बर्फानी बाबा की आरती करने के लिए जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित के साथ पूरा शहर उमड़ा. मुख्य मंच वसुंधरा एंड टीम ने शिव परिवार समेत कई झांकियां प्रस्तुत कीं.
मंदिर प्रांगण में पहुंचे श्रद्धालु
बड़लेश्वर महादेव मंदिर और जबरेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं ने 4 घंटे में बाबा बर्फानी की झांकी तैयार की. सावन के अंतिम सोमवार को दिनभर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. महादेव को जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक करने के साथ ही बेलपत्र और धतूरा आदि अर्पित करने की श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही. मंदिरों में श्रद्धालुओं के अर्चन से माहौल आस्था के रंग में रंगा रहा.
बाबा बर्फानी की झांकी सजाई गई
प्रताप सागर तालाब की पाल पर स्थित बड़लेश्वर महादेव मंदिर परिसर में 141 बर्फ की शिलाओं से अमरनाथ की गुफा की तर्ज पर बाबा बर्फानी की झांकी सजाई गई है. करीब 14 हजार किलो की बर्फ शिलाओं से सजे बाबा बर्फानी का मनोरम दृश्य सजाया गया है. बाबा बर्फानी की झांकी के दर्शनों के लिए देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. महादेव के जयघोष के साथ पूजन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने पूरा माहौल महादेव के रंग में रंग दिया. नया दरवाजा हनुमान मंदिर और प्रताप सागर पाल के साथ ही सोनीजी की बाड़ी से बाबा बर्फानी की ओर आने-जाने वाले सभी रास्तों पर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई. हर कोई बाबा बर्फानी के दर्शनों के साथ उनका आशीर्वाद पाने की होड़ में लगा रहा.
झांकी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना
बाबा बर्फानी के त्रिशूल, नरमुंड की माला और शिवलिंग पर बैठे दो सफेद कबूतर के साथ भारतीय सेनाओं के बल प्रदर्शन की झांकी श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे. इसके बाद आयोजन समिति की ओर से योगेंद्र बोहरा के नेतृत्व में सभी अतिथियों का सम्मान किया गया. इस दौरान सभापति मीतू बोथरा, संत लक्ष्मीनारायण शास्त्री, महंत मुरलीराम महाराज, मसाला बोर्ड सदस्य भोजराज सारस्वत समेत बड़ी संख्या में नागौरवासी मौजूद थे.
यह भी पढ़ें: खाटूश्यामजी में आज से बड़ा मेला शुरू, VIP दर्शन बंद; श्रद्धालुओं से खचाखच भरी आ रहीं ट्रेनें