
Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर जिले के गडरा रोड कस्बे में तीन दिन पहले हुई नगर सेठ के घर डकैती की वारदात ने पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. इस मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं, लेकिन शुरुआती जांच में कई अहम सुराग मिले हैं. पुलिस का मानना है कि इस वारदात में परिवार के किसी जानकार या परिचित व्यक्ति का हाथ हो सकता है. इसी आधार पर पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया है.
इस गंभीर मामले को सुलझाने के लिए बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित यह SIT, रामसर के सर्किल ऑफिसर (CO) को जांच सौंप दी गई है. पुलिस की कई टीमें सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर बदमाशों की तलाश में जुटी हुई हैं.
बंदूक की नोंक पर डकैती
पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि यह घटना 3 सितंबर की रात को हुई, जब तीन से चार बदमाश छत का दरवाजा तोड़कर उत्तमा राम माहेश्वरी के घर में घुस गए. बदमाशों ने परिवार के लोगों को हथियार की नोक पर बंधक बनाया और सोने-चांदी के जेवरात और नकदी लेकर फरार हो गए.
पड़ोस का लड़का घटना के बाद से गायब
पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद कहा कि प्रथम दृष्टया यह साफ है कि इस वारदात में कोई स्थानीय व्यक्ति शामिल है, जो परिवार से परिचित है. उन्होंने बताया कि उत्तमा राम का बेटा उसी दिन गुजरात गया था और उसी रात इस वारदात को अंजाम दिया गया. पुलिस को एक और संदिग्ध पर शक है, जो पड़ोस का ही लड़का है और घटना के बाद से ही गायब है. पुलिस को गडरा रोड कस्बे में एक सीसीटीवी फुटेज भी मिला है, जिसमें रात करीब 2 बजे तीन से चार संदिग्ध लोग दिखाई दिए हैं.
पुलिस की लापरवाही, SHO लाइन हाजिर
इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है. घटना के तुरंत बाद स्थानीय थानाधिकारी ने पुलिस कंट्रोल रूम और उच्च अधिकारियों को समय पर सूचना नहीं दी, जिसकी वजह से जिले भर में तुरंत नाकेबंदी नहीं हो पाई और बदमाशों को फरार होने का मौका मिल गया. इस लापरवाही के चलते पुलिस अधीक्षक ने थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वारदात के 15 मिनट बाद ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन थानाधिकारी की गलती से नाकेबंदी नहीं हो पाई. इस मामले की जांच भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है.
डकैती में गए सामान पर संशय
डकैती में गए माल को लेकर भी कुछ विरोधाभास है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रिपोर्ट में 25 से 30 तोला सोना और करीब 50 किलो चांदी ले जाने की बात कही गई है. हालांकि, उनका मानना है कि इतना माल नहीं था. पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जितना भी माल गया है, उसे जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा. पुलिस के मुताबिक, नगर सेठ उत्तमा राम माहेश्वरी मेडिकल के व्यवसाय से जुड़े होने के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में लोगों को जरूरत पड़ने पर उनके जेवरात गिरवी रखकर ब्याज पर पैसे देने का भी काम करते थे. पुलिस अधीक्षक ने जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश करने का दावा किया है.
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