Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर जिले में महाबार गांव की एक जोड़ी ने सच्चे प्यार की ऐसी कहानी रची जो दिलों को छू गई. 89 वर्षीय हीरो देवी और उनके 90 साल के पति जुगताराम ने जीवन भर साथ निभाया और मौत में भी एक-दूसरे से जुदा नहीं हुए. शुक्रवार शाम हीरो देवी का निधन हुआ तो महज चार घंटे बाद जुगताराम ने भी दुनिया छोड़ दी. गांव वाले बताते हैं कि ऐसा साथ बॉलीवुड की कहानियों से भी ज्यादा गहरा है.
70 साल से अधिक समय एक साथ गुजारा
हीरो देवी और जुगताराम ने 70 साल से अधिक समय एक साथ गुजारा. हर सुख-दुख में वे एक-दूसरे के सहारा बने रहे. मौत के समय भी उनका साथ ऐसा रहा जैसे ऊपर वाले को भी उनकी जुदाई बर्दाश्त न हुई. दोनों के पार्थिव शरीरों को एक साथ शव यात्रा में ले जाया गया और अंतिम संस्कार भी साथ-साथ किया गया. यह दृश्य देखकर हर कोई भावुक हो गया.
परिवार और गांव की स्मृतियां
इस दंपती के तीन बेटे और एक बेटी हैं. बड़ा बेटा राणाराम लकड़ी का व्यापार करता है उदाराम ड्राइवर है जबकि कमाराम भारतीय सेना में सेवा दे रहा है. परिवार वाले बताते हैं कि माता-पिता का यह प्यार उन्हें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा. ग्रामीण राणाराम प्रजापत कहते हैं कि बाड़मेर जिले में ऐसा पहली बार हुआ जब पति-पत्नी इतने कम समय में एक साथ चले गए.
गांव में अमर रहेगी प्रेम कहानी
अंतिम संस्कार में पूरा महाबार गांव इकट्ठा हो गया. हर कोई इस जोड़ी की चर्चा कर रहा था. लोग कहते हैं कि यह सच्चे साथी की जीवंत मिसाल है जो अब गांव की हर गली में याद की जाएगी. ऐसी कहानियां बताती हैं कि प्यार मौत को भी हरा सकता है. यह घटना न सिर्फ महाबार बल्कि पूरे राजस्थान में प्रेम की नई परिभाषा गढ़ रही है.
गांव वाले अब इसे अपनी सांस्कृतिक धरोहर मान रहे हैं. यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्चा प्यार समय और मौत की सीमाओं से परे होता है. महाबार की यह जोड़ी अब अमर हो गई है.
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