Utkarsh Coaching Case: उत्कर्ष कोचिंग मामले में सरकार की ओर से पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है. उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा (Premchand Bairwa) ने कहा कि इस मामले में दोषी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा. साथ ही गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने की भी बात कही है. कोचिंग संस्थान में स्टूडेंट्स के बेहोश होने के मामले पर बयान देते हुए कहा कि पूरा मामला मेरे संज्ञान में है. प्रकरण में जिसने भी लापरवाही की है और जहां भी गड़बड़ी हुई है, उस पर एक्शन होगा. अब तक इस मामले में कोचिंग को सीज करने के साथ ही नगर निगम और एफएसएल की जांच भी जारी है.
जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई- उच्च शिक्षा मंत्री
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि जांच कमेटी बनाई है और मामले में रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इसी के आधार पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. बैरवा ने सख्ती दिखाने की बात कहते हुए बयान दिया कि कोचिंग मामले में लीपापोती नहीं होगी. उत्कर्ष कोचिंग के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा.
नगर निगम की टीम ने 2 घंटे तक की जांच
नगर निगम की टीम ने कोचिंग बिल्डिंग सील कर दी है. इससे पहले निगम की टीम करीब 2 घंटे तक अंदर जांच करती रही. बाहर आकर नगर निगम के अधिकारी ने मीडिया से बातचीत की. ताज्जुब उस वक्त हुआ तब वो यह तक नहीं पता कर पाए कि हॉल ने एंट्री और एग्जिट का एक गेट है या अधिक. स्टूडेंट्स का कहना था कि उस हॉल में एक ही गेट था. लेकिन जब NDTV राजस्थान ने अधिकारी से इस बारे में सवाल पूछा तो उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने सिर्फ यही कहा कि यह जांच का विषय है.
अब तक वजह साफ नहीं, प्रशासन और पुलिस के अलग तर्क
वहीं, छात्र-छात्राओं के बेहोशी की वजह के बारे में भी पता नहीं चल पाया है. नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि हो सकता है कोचिंग में किसी ने स्प्रे छिड़क दिया हो जिससे छात्र बेहोश हो गए. हालांकि निगम की जांच अभी तक जारी है और वह यह भी पड़ताल कर रही है कि किन नियमों की अवहेलना यहां की गई थी. वहीं, FSL की टीम यह जांच करेगी कि आखिर वह कौन सी गैस थी, जिसकी वजह से बच्चे बेहोश हुए और यह गैस कहां से आई? इससे पहले महेश नगर की एसएचओ कविता शर्मा ने किचन में कुक द्वारा तड़का लगाए जाने से क्लास में धुआं होने और इसे ही छात्र-छात्राओं की बेहोशी का कारण बताया था.
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