
Kota Suicide News: राजस्थान के कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड के मामले थम नहीं रहे हैं. सरकार और जिला प्रशासन की ओर से लगातार सुसाइड को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं. हॉस्टल के कमरे में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाई जा रही है. हालांकि, कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड अब तक पूरी तरह से रुक नहीं सके हैं. साल 2025 में मात्र 20 दिन के अंदर कोटा में कोचिंग कर रहे कुल 6 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है.
हाईकोर्ट ने स्वत: लिया था संज्ञान
सुसाइड के लगातार बढ़ते केस को देखते हुए राजस्थान सरकार कानून बनाने जा रही है. सरकार इसी विधानसभा सत्र में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड को रोकने के लिए बिल लेकर आएगी. सोमवार को सरकार ने इस संबंध में हाईकोर्ट में यह जानकारी दी है. दरअसल, कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के बढ़ते मामलों पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेकर सरकार से सवाल किया कि कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड को रोकने के लिए क्या प्रयास कर रही है.
सोमवार को कोचिंग स्टूडेंट के आत्महत्या मामलों पर सुनवाई के दौरान सरकार ने हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया, जिसमें सरकार ने बताया कि इसी विधानसभा सत्र में कोचिंग बिल जाएगा. इस पर जस्टिस इंद्रजीत सिंह और जस्टिस विनोद भरवानी की खंडपीठ ने कहा कि 10 फरवरी तक कानून नहीं बनने पर कोर्ट गाइडलाइन जारी करेगा.
कोटा में पिछले 10 साल में 127 सुसाइड केस
ध्यान देने वाली बात है कि कोटा में पिछले 10 साल में 127 स्टूडेंट पढ़ाई के तनाव की वजह से अपनी जान दे चुके हैं. साल 2015 में 18 और 2016 में 17 मामले दर्ज किए गए. साल 2017 में 2016 की तुलना में जरूर कमी आई, बावजूद इसके 7 केस सामने आए थे. लेकिन अगले साल ही 2018 में 20 कोचिंग स्टूडेंट्स ने जान दे दी. यह आंकड़ा 2019 में 18, 2022 में 15 और 2023 में 26 तक पहुंचा.
हालांकि, 2024 में कोटा में दर्ज किए स्टूडेंट के सुसाइड केस 2023 की तुलना में काफी कम थे. साल 2024 में कोटा में 17 कोचिंग स्टूडेंट ने आत्महत्या की थी. इस साल तो कोटा में मात्र 15 दिन के अंदर 6 कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड केस के आंकड़े ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है.
यह भी पढे़ं- पूरे शरीर पर बंधी पट्टियां, हाथ में 'बंदूक'... अजमेर में युवकों को थार जीप पर बैठ रीलबाजी पड़ा भारी