Rajasthan Roadways: राजस्थान रोडवेज में इन दिनों भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ रहे हैं. हाल ही झालावाड़ से मामला सामने आया था जिसमें एक बस में 51 यात्री सवार थे. लेकिन जब फ्लाइंग टीम ने यात्रियों की टिकट चेकिंग की तो पता चला की 51 में से 46 यात्री बेटिकट थे. वहीं यह मामला केवल एक जिले का नहीं है. बल्कि यह कई जिलों में हो रहा है. ऐसे में रोडवेज प्रबंधन इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
रोडवेज प्रबंधन बसों में बेटिकट यात्री मिलने या भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने वाले कार्मिकों पर सख्त एक्शन ले रहा है. ऐसे कार्मिकों को निलंबित करने के साथ एपीओ करने जैसी कार्रवाई की जा रही है.
परिवहन मंत्री ने दिए कार्रवाई के आदेश
उप मुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा के निर्देश पर रोडवेज बसों के राजस्व अर्जन में वृद्धि एवं आमजन को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, वहीं भ्रष्ट कार्मिकों पर कार्रवाई भी की जा रही है. प्रबंध निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि वाहन में बेटिकट यात्री मिलने एवं भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए विभिन्न आगारों के ऐसे 7 कार्मिकों पर एक्शन लिया गया है.
विद्याधर नगर, बारां, अनूपगढ़, लोहागढ़ आगार के चार परिचालकों को वाहन के निरीक्षण के दौरान बिना टिकट यात्रा करवाने के गंभीर प्रकरण पाए जाने के कारण अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए निलंबित किया गया है. दिल्ली आगार के दो सहायक यातायात निरीक्षकों और मत्स्य नगर आगार (डिपो) के परिचालक को पद स्थापन आदेशों की प्रतीक्षा में रखा गया है.
उन्होंने कहा कि निगम अध्यक्ष शुभ्रा सिंह की पहल पर रोडवेज प्रबंधन द्वारा की जा रही सख्त कार्यवाहियों के परिणाम स्वरूप रोडवेज की आय में वृद्धि हो रही है और यात्री भार के मामले में भी रोडवेज नए रिकॉर्ड बना रहा है.
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