स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सराधना स्थित राजस्थान नर्सिंग कॉलेज को सील कर दिया. यह नर्सिंग कॉलेज नियम के विपरीत चल रहा था. प्रिंसिपल से जब कॉलेज के संचालन से जुड़े दस्तावेज मांगे गए, तो वह नहीं दे सके. कॉलेज की हालात ऐसी है कि वह स्टूडेंट के बैठने के लिए व्यवस्था नहीं है.
कॉलेज के दस्तावेज भी नहीं दिखा सके
सीएमएचओ डॉक्टर ज्योत्सना रंग ने बताया कि शिकायत मिलने पर जब अजमेर के सराधना गांव में स्थित राजस्थान नर्सिंग कॉलेज का निरीक्षण किया गया तो कॉलेज का भवन राजस्थान नर्सिंग काउंसिल के मापदंड के अनुसार नहीं पाया गया. कॉलेज के प्रिंसिपल से जब संचालन से जुड़े दस्तावेज मांगे गए तो उसे भी नहीं दे सके.
नहीं था कॉलेज स्टाफ अटेंडेंस रजिस्ट्रर
यहीं नहीं, कॉलेज में दो क्लासरूम हैं, जिनमें जीएनएम की कक्षाएं संचालित हो रही हैं. जब जीएनएम की ट्रेनिंग करने वालों के संबंध जानकारी मांगी गई तो उसे भी उपलब्ध नहीं करा सके. खास बात है कि कॉलेज स्टॉफ का भी अटेंडेंस रजिस्टर भी दिखा पाए. नर्सिंग ट्यूटर के दस्तावेज जांचने पर पाया गया कि कुछ नर्सिंग ट्यूटर एवं प्रिसिपल का राजस्थान नर्सिंग काउंसिल द्वारा रजिस्ट्रेशन भी रिन्यूवल नहीं था.
दो पार्टनर में हुआ था विवाद
इसके अलावा कॉलेज में किसी तरह की सेपरेट लैब की व्यवस्था नहीं है, ना ही बैठने की उचित व्यवस्था है. कॉलेज की हालात ऐसी थी, जैसी कि कोई नर्सिंग कोई नहीं, बल्कि किसी गाय का तबेला या कबाड़ का गोदाम हो. जानकारी के मुताबिक राजस्थान हॉस्पिटल स्कूल ऑफ नर्सिंग कॉलेज में दो पार्टनर थे. दोनों पार्टनर के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद एक पार्टनर ने सीएमएचओ कार्यालय पहुंचकर नर्सिंग कॉलेज की पूरी पोल खोल के रख दी.
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