
Rajasthan Politics: खींवसर से बीजेपी विधायक रेवंतराम डांगा ने सीएम भजनलाल शर्मा को लेटर लिखा. उन्होंने अपने ही क्षेत्र में सरकार द्वारा सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल जो चाहते हैं वो ही हो रहा है. पत्र में लिखा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में पूरा खींवसर उपखंड और मूंडव का आधा क्षेत्र आता है. खींवसर में तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सीडीपीओ, उप रजिस्ट्रार, बीसीएमओ, बीडीओ, सीबीईओ, डिस्कॉम के एईएन और जेईएन सहित कई खंड स्तरीय अधिकारियों के ट्रांसफर और पदस्थापन के लिए अनुशंसा की थी. लेकिन एक भी मेरी अनुशंसा अनुसार नियुक्ति नहीं दी गई.
जबकि, RLP की विचारधारा के अधिकारियों और कर्मचारियों का खींवसर क्षेत्र में पदस्थापन और ट्रांसफर किया गया, इससे खींवसर क्षेत्र के भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में रोष है.
"बेनीवाल सांठ-गांठ करके राजनीति चला रहे"
डांगा ने पत्र में लिखा, "प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और वे खुद खींवसर से बीजेपी विधायक हैं, इसके बाद बाद RLP सांसद हनुमान बेनीवाल दोनों पार्टियों से सांठ-गांठ करके राजनीति चला रहे हैं. यह मेरे अलावा खींवसर के बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय है. ऐसे ही ट्रांसफर और पदस्थापन होते रहे तो मैं और पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी को मजबूत कैसे कर पाएंगे."

बीजेपी विधायक रेवंतराम डांगा ने 30 जनवरी को सीएम को लेटर लिखा था.
"मुझे राजनीतिक रूप से कमजोर करने का षड्यंत्र"
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डांगा ने बताया कि उनकी पत्नी गीता देवी मूंडवा में प्रधान हैं. मूंडवा पंचायत समिति में सहायक लेखाधिकारी के ट्रांसफर के लिए अनुशंसा की थी, उसका आज तक ट्रांसफर नहीं हुआ. यह मुझे राजनीतिक रूप से कमजोर करने का षड्यंत्र है, जो आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के निर्देश पर किया जा रहा है. अगर यही हाल रहा तो आगामी पंचायत समिति व निकाय चुनावों में पार्टी की स्थिति बुरी हो सकती है.
डांगा ने हनुमान की पत्नी को हराकर बने विधायक
लोकसभा चुनाव 2024 में हनुमान बेनीवाल नागौर से सांसद बने तो खींवसर विधानसभा सीट खाली हो गई थी. उप-चुनाव में हनुमान बेनीवाल ने अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को मैदान में उतारा था. बीजेपी रेवंतराम डांगा को खींवसर विधानसभा से प्रत्याशी बनाया था. उपचुनाव में कनिका बेनीवाल को हार का मुंह देखना पड़ा. बीजेपी के रेवंतराम डांगा ने कनिका बेनीवाल को 13,901 वोट से हरा दिया था. डांगा को 1,08,628 वोट मिले थे और कनिका बेनीवाल को 94,727 वोट मिले थे. कांग्रेस ने खींवसर से रतन चौधरी को मैदान में उतारा. उन्हें मात्र 5454 वोट मिले. हालांकि चुनाव में कांग्रेस ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी थी.हनुमान बेनीवाल का परिवार इस सीट से लगातार 16 साल से जीतता आ रहा था. वर्ष 2019 में उनके भाई नारायण बेनीवाल यहां से विधायक बने थे.
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