मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल से कोटा के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे. यहां वो विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे. लेकिन इसमें ख़ास होगा चंबल रिवर फ्रंट. चंबल रिवर फ्रंट को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया गया है.
गौरतलब है कि चंबल रिवर फ्रंट के भव्य उद्घाटन से पहले चल रही अंतिम चरण की तैयारी का पूरा कर लिया गया है. चंबल रिवर फ्रंट से जुड़ी तैयारियों को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के विशेष निर्देश पर पूरा किया गया हैं. उद्घाटन से पहले पर्यटन के दोनों महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के सभी कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए मंत्री धारीवाल की ओर से निर्देश दिए जा रहे हैं.
ये रहेगा CM गहलोत कल कोटा प्रवास का मिनट टू मिनट कार्यक्रम
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल सुबह 8:30 बजे जयपुर से हेलीकॉप्टर से कोटा रवाना होंगे.
- सुबह 9:15 बजे CM अशोक गहलोत कोटा पहुंचेंगे.
- 9:30 बजे चंबल रिवर फ्रंट का लोकार्पण करेंगे. इस दौरान CM गहलोत विभिन्न विकास कार्यों का भी अवलोकन करेंगे. कोटा के चंबल रिवर फ्रंट पर कार्यक्रम आयोजित होगा.
- शाम 7 बजे सीएम मीडिया रूम, मारू घाट में पत्रकारों से मुखातिब होंगे. मुख्यमंत्री गहलोत कल कोटा में ही रात्रि विश्राम करेंगे.
- 13 सितंबर को सुबह 9:30 बजे सीएम कोटा सिटी पार्क का लोकार्पण करेंगे. CM गहलोत विभिन्न विकास कार्यों का अवलोकन भी करेंगे. कोटा के राजीव गांधी नगर में एक कार्यक्रम शिरकत करेंगे.
- सुबह 11 बजे ग्लास हाउस में मंत्रिमंडल की बैठक होगी.
- 11:30 बजे मंत्री परिषद की बैठक होगी.
- 12 बजे VC के जरिए आयुष्मान भवः अभियान के शुभारंभ में शामिल होंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आयुष्मान भवः अभियान का शुभारंभ करेंगी.
- मुख्यमंत्री गहलोत दोपहर 1:30 बजे आर्ट हिल में पत्रकारों से मुखातिब होंगे. CM गहलोत शाम 6 बजे उम्मेद स्टेडियम में जनसभा करेंगे.
अद्भुत जल प्रवाह देख रोमांचित हो जाएंगे पर्यटक
न्यास सचिव मानसिंह मीणा ने बताया कि अभियंताओं की टीम ने चुनौती पूर्ण एवं अद्भुत कार्य को लगन और मेहनत के साथ अंजाम तक पहुंचाया. 242 फीट ऊंची चंबल माता की प्रतिमा के कलश से जल प्रवाह के अद्भुत आकर्षण की थीम को देखकर पर्यटक खुद को रोमांचित होने से रोक नहीं पाएंगे
पूरी हुई माता के कलश से जल प्रवाह की टेस्टिंग
रिपोर्ट के मुताबिक करीब आधे घंटे तक चंबल माता के हाथ कलश से जल प्रवाह की टेस्टिंग की गई. टेस्टिंग से पूर्व विधिवत पूजा अर्चना की गई. उसके बाद रिवर फ्रंट के मुख्य आकर्षण चंबल माता के हाथों के कलश से होने वाले जल प्रवाह की टेस्टिंग की गई. चंबल माता के कलश से जल प्रवाह को सुचारू रखने के लिए इंस्टॉल किए गए 75 एचपी के 4 समरसेबल पंपों को एक-एक करके टेस्ट किया गया.