
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल में न्यायपालिका पर एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने न्यायपालिका में भयंकर भ्रष्टाचार होने की बात कही. सीएम ने कहा, "मैंने सुना है कि कई वकील तो फैसला लिख कर ले आते है और बाद में फैसला वही आता है. यह अदालतों में क्या हो रहा है? चाहे लोअर कोर्ट हो या अपर कोर्ट." सीएम गहलोत के इस बयान पर राजस्थान में नया सियासी बवंडर उठ गया है. भाजपा के कई नेता सीएम के इस बयान की आलोचना कर रहे हैं. गुरुवार को चूरू पहुंचे राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी गहलोत के इस बयान की निंदा की. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि न्यायपालिका पर की गई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टिप्पणी ना केवल निंदनीय है बल्कि अशोभनीय भी है। राठौड़ चूरू में मेगा हाईवे पर स्थित सावर गांव में निजी कृषि मंडी का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला.
हमारे 4 हजार मेगावाट के संयंत्र आज भी बंद
चुरू में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश की गहलोत सरकार को कानून-व्यवस्था, लचर बिजली आपूर्ति, लाल डायरी प्रकरण के साथ-साथ सीएम गहलोत की न्यायपालिका पर की गई टिप्पणी को लेकर आड़े हाथों लिया है. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पूरे राजस्थान में जिस प्रकार के हालात पैदा हुए हैं वैसे आज तक नहीं हुए. आज भी हमारे 4 हजार मेगावाट के संयंत्र बंद पड़े हैं। महंगी बिजली खरीद कर चांदी कूटना इस सरकार की नियती है. पर अब तो हदों को पार कर गए.
कुचामन की घटना पर बोले- कानून-व्यवस्था खत्म
इस दौरान बड़ी संख्या में लोग राजेंद्र राठौड़ की एक झलक पाने के लिए उनके साथ सेल्फी लेने के लिए हेलीकॉप्टर के पास ही पहुंच गए. डीडवाना के कुचामन में दलितों की हत्या पर राठौड़ ने कहा कि कुचामन में दो दलितों को गैंगस्टरों ने गाड़ी के नीचे रौंदकर मार डाला, उनकी आज वहां लाश पड़ी है यह घटना पहली नहीं है, प्रतिदिन इसी प्रकार की घटनाएं हो रही है ना कानून है ना कानून की व्यवस्थाएं हैं.
चूरू से डोटासरा की दावेदारी पर कहा- मुझे कोई भय नहीं
इस दौरान पत्रकारों द्वारा पूछा गया कि गहलोत सरकार के राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने बयान दिया है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा चूरू से राजेंद्र राठौड़ के सामने चुनाव लड़ सकते हैं ? इस पर राठौर ने कहा कि सभी को चुनाव लड़ने की स्वतंत्रता है. डोटासरा आए तो उनका भी स्वागत है, चुनाव का मैदान है. जनता-जनार्दन तय करेगी कि कौन जीतता हैं, कौन हारता हैं, मुझे उनसे भय नहीं है. इस कार्यक्रम में विधायक राजेंद्र गुड्डा का आना भी प्रस्तावित था लेकिन राजेंद्र गुड्डा निजी कारणों से नहीं आए.
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