Sachin Pilot on Haryana Result: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम पर गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया दी है. अजमेर पहुंचे सचिन पायलट ने कहा कि हरियाणा में उम्मीद के विपरित परिणाम आए. पिछले दस साल से हरियाणा सरकार से लोग नाराज थे. हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम पर सचिन पायलट ने कहा, "जितने अनुमान, उम्मीद, सर्वे, और फीडबैक आए, परिणाम वैसा नहीं आया. हरियाणा सहित पूरे देश में सभी जानते थे कि कांग्रेस वहां अच्छे बहुमत से सरकार बनाने वाली है. विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर शुरुआत में रुझान कांग्रेस के पक्ष में थे. कुछ घंटे बाद रुझान अलग तरीके के थे.
हरियाणा की 20 सीटों के रिजल्ट से कांग्रेस प्रत्याशी खुश नहींः पायलट
सचिन पायलट ने आगे कहा, "परिणाम में भाजपा को बढ़त मिली है. इस सिलसिले में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीयो ने निर्वाचन आयोग में मतदान प्रक्रिया शिकायत हेतु ज्ञापन दिए हैं. हरियाणा में 20 सीटें ऐसी हैं, जहां के उम्मीदवार परिणाम को लेकर संतुष्ट नहीं हैं. कांग्रेस की शिकायत पर निर्वाचन विभाग निष्पक्ष जांच करेगा."
'कांग्रेस ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा, लेकिन उम्मीद अनुरूप परिणाम नहीं आएं'
पायलट ने कहा कि हरियाणा में 9 साल बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भाजपा के केंद्र नेतृत्व में हटाया. अगर 9 साल का कार्यकाल हरियाणा सरकार का बहुत अच्छा था तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री के पद से हटाने की जरूरत नहीं थी. वहां पर सरकार से असंतोष था, इसलिए मुख्यमंत्री खट्टर को हटाया गया. और वहां के लोगों में सरकार को लेकर असंतोष था. कांग्रेस ने एकजुट होकर वहां चुनाव लड़ा, मगर वहां कांग्रेस के अनुरूप परिणाम नही आएं.
किशनगढ़ और पुष्कर के बाद सर्किट हाउस में मीडिया को किया संबोधित
सचिन पायलट ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने भी परिणाम को कहा है कि हम समीक्षा करेंगे. जहां कमी रही, वहां पर और कांग्रेसी कार्यकर्ता काम करेंगे. दरअसल गुरुवार को सचिन पायलट अजमेर के एक दिवसीय दौरे पर रहे. जहां उन्होंने किशनगढ़ और पुष्कर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी. उसके बाद सचिन पायलट अजमेर के सर्किट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने हरियाणा रिजल्ट, एसआई भर्ती परीक्षा सहित कई मुद्दों पर बात की.
आरपीएससी पुनर्गठन मामले सरकार को जल्द लेना चाहिए फैसला
मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि आरपीएससी के पुनर्गठन मामले में प्रदेश सरकार को तुरंत प्रभाव से निर्णय लेना चाहिए. जहां तक नौकरियों की बात है, पेपर लीक की बात है, प्रदेश और देश में नौजवानों के हक अधिकार और भविष्य से खिलवाड़ कोई नहीं कर सकता. उन्होंने यह भी कहा कि हर विषय में नौजवानों के हक में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए .
किशनगढ़ पहुंचने से पहले रास्ते में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं एवं लोगों के साथ… pic.twitter.com/zBsaXxf503
— Sachin Pilot (@SachinPilot) October 10, 2024
10 महीने बाद भी भाजपा सरकार ने पूरे नहीं वादेंः पायलट
पायलट ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राजस्थान में आकर वादे किए थे, 10 महीने बाद भी वो वादे राजस्थान सरकार पूरा नहीं कर सकी. गवर्नेंस और सत्ता-संगठन में बहुत खिंचाव है. स्पिच राजस्थान की आम जनता का कोई काम नहीं हो रहा और वह बहुत ज्यादा परेशान है.
सचिन पायलट ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में आज भी बिजली, पानी का भारी संकट है. विकास की बात करने वाली सरकार हर तरीके से पिछड़ रही है.
एसआई पेपर लीक केस में सरकार जल्द लें निर्णय
एसआई पेपर लीक केस में सचिन पायलट ने कहा कि एसआई भर्ती प्रकरण में सरकार को तुरंत निर्णय लेना चाहिए. फिलहाल सरकार ने इस विषय को लेकर एक कमेटी बनाई है. कमेटी कब निर्णय लेगी, इस बीच जो अभ्यर्थी हैं वह ओवर ऐज हो रहे हैं. साथ ही भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष कराने का जो वादा सरकार ने किया था. उसे सरकार पूरा नहीं कर पा रही.
अभ्यर्थियों के साथ न्याय होना चाहिएः पायलट
एसआई भर्ती परीक्षा निरस्त होने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि यह निर्णय सरकार का है. अभ्यर्थियों के साथ न्याय होना चाहिए. निष्पक्षता के साथ जांच होनी चाहिए. आगामी भर्ती पारदर्शिता के साथ हो. क्योंकि नौजवानों का भविष्य भर्ती परीक्षाओं पर टिका होता है. पहले ही बहुत नौजवानों के लिए सीमित नौकरियां हैं. उसमें भी अगर धांधली होती है तो अभ्यर्थी गलतफहमी का शिकार होते हैं.
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