Crocodile: मगरमच्छ चलता हुआ दिखाई दिया, तो कार चालक ने ब्रेक मारे. मगरमच्छ की तस्वीरें देखने पर अंदाजा लग रहा है कि इसकी लंबाई करीब 10 फिट है.
मगरमच्छ चंबल नदी के बैराज में चला गया
सड़क पार करके मगरमच्छ चंबल नदी के बैराज में चला गया. बजरंग नगर कैनल रोड के पास दो-तीन छोटे-छोटे तालाब हैं, जिनमें लंबी-लंबी घास उगी हुई है. संभावना जताई जा रही है कि मगरमच्छ उन तालाबों में से ही निकला. सड़क पार करते हुए नहर में गया.
वन विभाग टीम हर साल 70 से 80 मगरमच्छ का रेस्क्यू करती है
वन विभाग के मुताबिक हर साल मानसून सत्र में कोटा शहर में बड़ी संख्या में मगरमच्छ नदी नालों से निकलकर आबादी क्षेत्र में पहुंचते हैं. करीब 70 से 80 मगरमच्छ शहर में वन विभाग की टीमें हर साल पकड़ती है, उन्हें चंबल नदी में छोड़ती है. 27 जून की सुबह फिर नहर से सटे इलाके में मगरमच्छ दिखा. कोटा शहर के नर्मता आवास क्षेत्र में मगरमच्छ ने दस्तक दी तो क्षेत्र के लोग घबरा गए. वन्यजीव विभाग को इसकी सूचना दी गई तो टीम ने मगरमच्छ का रेस्क्यू किया.
10 घंटे में दो मगरमच्छ का रेस्क्यू किया
26 जून की देर रात 11:30 बजे सब्जी मंडी हजीरा बस्ती के पास 4 फीट लंबा मगरमच्छ की सूचना वन विभाग को दी. वनकर्मी वीरेंद्र सिंह हाडा ने बताया कि टीम के साथ पहुंचे. मगरमच्छ का रेस्क्यू किया. 27 जून की सुबह नर्मता आवास क्षेत्र में कार के नीचे डेरा जमाए बैठे मगरमच्छ का रेस्क्यू कर देवली अरब क्षेत्र में चंद्रलोही नदी में रिलीज किया गया.
यह भी पढ़ें: सीएम के संबोधन से पहले पेंशन लाभार्थी कार्यक्रम में मची भगदड़, 3 महिलाएं बेहोश