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Rajasthan: कोटा में बेटियां कर रहीं फुटबॉल में कमाल, 40 साल बाद राजस्थान को बनाया नेशनल फुटबॉल चैंपियन

कर्नाटक के बेलगांव में हुई नेशनल जूनियर गर्ल्स फुट बॉल चैंपियनशिप में राजस्थान की टीम ने इन खिलाड़ियों के दम पर 40 साल बाद जीत हासिल की है. इस टीम में कोटा एकेडमी की 13 खिलाड़ी शामिल थीं. स्टेट टीम की कप्तान संजू कुंवर भी कोटा एकेडमी से हैं. संजू को प्लेयर ऑफ दी टूर्नामेंट से भी नवाजा गया.

Rajasthan: कोटा में बेटियां कर रहीं फुटबॉल में कमाल, 40 साल बाद राजस्थान को बनाया नेशनल फुटबॉल चैंपियन

Kota News: कहते हैं प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती अपने लक्ष्य के लिए जुनून के साथ आगे बढ़ाने वालों के लिये कामयाबी भी साथ आकर खड़ी हो जाती है फिर बात बेटियों की हो तो क्या कहना. राजस्थान के छोटे-छोटे गांवों से ताल्लुक रखने वाली बेटियां फुटबॉल के खेल में अपना लोहा मनवा रही हैं और खेल के प्रति जज्बा ऐसा की जो भी इनको खेलते देख रहा है वो यही बोल रहा है कि महारी छोरिया छोरों से कम हैं क्या ?  

कोटा के उम्मेद सिंह स्टेडियम में जोश जुनून और तकनीक के साथ अपने खेल को निखार रही यह सभी खिलाड़ी कोई साधारण खिलाड़ी नहीं है आने वाले वक्त में इनमें से कई खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा बनेगी.  इनका जोश और जुनून उनके खेल से साफ झलक रहा है. बीकानेर के नोखा के छोटे से गांव ढींगसरी से इनकी जिंदगी में जो बदलाव आया आज इनको खुले आसमान में उड़कर अपने सपने साकार करने के पंख लगा रहा है. 

आस-पास के गांवों की 100-150 बच्चियां ले रहीं प्रशिक्षण

यहां अकादमी में प्रशिक्षण ले रही नेशनल प्लेयर मुन्नी बताती हैं कि पहले हमारे गांव में बच्चियों की खेलना तो दूर पढ़ने की भी मनाही थी. अर्जुन अवार्डी मगन सिंह के बेटे विक्रम सिंह ने गांव की तस्वीर बदल दी. उन्होंने अपने पिता के नाम पर एकेडमी बनाई. हमारे परिजनों को समझाया.

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राजस्थान को 40 साल बनाया चैम्पियन

हमें सिखाया, हौसला दिया और हम आज यहां तक पहुंची. हमारे गांव में 45 से ज्यादा लड़कियां नेशनल खेल चुकी हैं. आज आस-पास के गांवों की 100-150 बच्चियां प्रशिक्षण ले रही है. हम राज्य क्रीडा परिषद की बालिका फुट बॉल एकेडमी कोटा में प्रशिक्षण लेकर देश के लिए खिताब जीतने के लिए मेहनत कर रहे है.

2018 में शुरू हुई एकेडमी

कोटा की खेल अधिकारी और फुट बॉल की कोच मधु चौहान बताती है कि 2018 से शुरू हुई इस एकेडमी का यह तीसरा सेशन है. दो साल कोरोना एकेडमी बंद रही.शुरुआत में यहां 17-17 लड़कियां आई लेकिन इस बार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से 28 बच्चियां आई हैं. 28 में से 15 बच्चियां बीकानेर के छोटे से गांव ढींगसरी की है.

फुटबॉल में नाम रोशन करतीं बेटियां

फुटबॉल में नाम रोशन करतीं बेटियां

मौजूदा टीम में स्टेट जूनियर टीम की कप्तान संजू कुंवर, दस्सू कुंवर और मंजू कुंवर ने विपरीत परिस्थितियों के बीच अपनी खेल प्रतिभा को निखारा . एकेडमी में 15 लड़कियों में से ज्यादातर 2 से 3 बार नेशनल तक खेल चुकी हैं और 5 से 6 बार स्टेट में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. 

राजस्थान की टीम में 13 खिलाड़ी कोटा की एकेडमी से

कर्नाटक के बेलगांव में हुई नेशनल जूनियर गर्ल्स फुट बॉल चैंपियनशिप में राजस्थान की टीम ने इन खिलाड़ियों के दम पर 40 साल बाद जीत हासिल की है. इस टीम में कोटा एकेडमी की 13 खिलाड़ी शामिल थीं. स्टेट टीम की कप्तान संजू कुंवर भी कोटा एकेडमी से हैं. संजू को प्लेयर ऑफ दी टूर्नामेंट से भी नवाजा गया.

संजू और मुन्नी 

संजू और मुन्नी 

वहीं,अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मुन्नी भी टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर चुनी गई. मुन्नी हाल ही में नेपाल में भारत की ओर से एशियन गेम में खेलकर कर आई हैं. अकादमी में प्रशिक्षण ले रही हर खिलाड़ी का सपना देश के लिए खेलना है इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत कर रही है वहीं अकादमी की कोच इनके खेल को निखारने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. 

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