दौसा हॉस्पिटल में लेबर रूम में अवैध वसूली का मामला सामने आया है. प्रसूता के परिजनों ने स्टाफ पर पैसे मांगने का आरोप लगाया है. आरोप यह भी है कि पैसे नहीं देने पर मारपीट की गई और मोबाइल छीना गया है. गणेशपुर निवासी निरमा सैनी के परिजनों ने कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दी है. रविवार (16 नवंबर) रात जिला अस्पताल के लेबर रूम में डिलीवरी हुई, जिसमें बच्ची जन्मीं. आरोप है कि स्टाफ ने प्रसूता को वार्ड में शिफ्ट करते समय परिजनों से 1100 रूपए की मांग की. परिजन ने जब पैसे देने से मना किया तो स्टाफ ने मारपीट की. जब परिजनों ने इस घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की तो उनका मोबाइल छीनकर स्टाफ मौके से फरार हो गया, जबकि प्रसूता को वहीं छोड़ दिया गया.
कई बार सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है, जब इस तरह के सवाल उठे हो. कई बार ऐसे मामले सामने आने के बावजूद अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन अब तक प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पाया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल की अनियमितताओं को लेकर मंत्री और जनप्रतिनिधियों तक शिकायतें पहुंच चुकी हैं, लेकिन प्रशासनिक रवैये में कोई सुधार नहीं दिख रहा है.
हॉस्पिटल की व्यवस्था पर उठे सवाल
- क्या इस ताज़ा घटना के बाद भी अस्पताल प्रशासन मौन रहेगा?
- क्या लेबर रूम में हो रही चौथ वसूली पर अब भी रोक नहीं लगेगी?
- मामले की आड़ में फिर लीपापोती कर दी जाएगी?
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