Rajasthan News: गर्भवती महिला की रेप के बाद हुई हत्या से गुस्साए ग्रामीणों ने बीती गुरुवार देर रात आरोपी के घर पर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी थी. इस दौरान जब पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया था तो ग्रामीणों ने उन पर भी पथराव कर दिया था. इस पथराव और आगजनी में 2 पुलिसकर्मी समेत कुल 10 लोग जख्मी हो गए थे. इस घटना के 48 घंटे बाद एसपी ने सख्त एक्शन लिया है और 4 ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया है.
26 अन्य लोगों की भी होगी गिरफ्तारी
पूरा मामला राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी थाना इलाके के नांदरी गांव का है. गुरुवार रात यहां आगजनी करने वाले मुख्य 4 लोगों को शनिवार सुबह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान कालू मीणा, सीताराम मीणा, नवीन और धोल्याराम मीणा के रूप में हुई है. इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि शेष 26 आरोपितों की तलाश के लिए नांदरी इलाके में दबिश दी जा रही है. जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ कर कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी. आपको बता दें कि इस मामले में 25 लोगों के खिलाफ नामजद सहित 30 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
चारा लेने गई महिला हो गई थी लापता
दौसा पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा ने बताया कि 27 अप्रैल को 6 माह की गर्भवती महिला अपने खेत पर चारा लेने गई थी. जब वो वापस नहीं लौटी तो उक्त महिला के ससुराल वालों ने चिंतित होकर उसकी तलाश शुरू की. लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी महिला का कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद 28 अप्रैल को महिला के पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट मेहंदीपुर बालाजी थाने पर दर्ज करवाई. पुलिस उसी वक्त महिला की तलाश में जुट गई थी. लेकिन करीब 1 महीने बाद यानी 29 अप्रैल को नांदरी गांव के जंगलों में महिला का शव बरामद हुआ, जिसमें पुलिस में हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की.
2 दिन बाद जंगल में बरामद हुआ शव
जांच में ये बात सामने आई कि महिला रात में चारा लेने के लिए जगराम मीना के साथ खेत पर निकली थी. उसके बाद से ही जगराम गायब है. मेहंदीपुर बालाजी पुलिस ने फिर इस मामले में जगराम मीणा की तलाश शुरू की. इसके बाद 1 मई को पुलिस ने गर्भवती से रेप के बाद हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उधर पूरे घटनाक्रम में 2 मई को पीड़ित पक्ष सहित ग्रामीणों ने एक पंचायत भी बुलाई थी, जिसमें बाद 2 मई की रात करीब 10 बजे के आसपास पीड़ित पक्ष के लोगों सहित आक्रोशित भीड़ ने आरोपी जगराम मीणा के घरों में पेट्रोल डालकर आगजनी की घटना को अंजाम दे डाला. इस आगजनी में पीड़ित पक्ष के 7 से 8 जनों जख्मी होने की बात भी सामने आई, जिनका जयपुर में इलाज चल रहा है.