Rajasthan News: धौलपुर के प्रभारी सचिव पी रमेश बुधवार को सैंपऊ उपखंड मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे. अस्पताल में व्यवस्थाओं की कमी और डॉक्टर की गैर मौजूदगी देखकर भड़क गए. उन्होंने अव्यवस्थाओं को लेकर साथ में मौजूद तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता को मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को फोन लगाकर बात करने और अस्पताल इंचार्ज के अनुपस्थित होने पर नोटिस देने के निर्देश दिए. इस दौरान अस्पताल के पीछे के गेट में पड़ी गंदगी देखकर प्रभारी सचिव ने मौजूद स्टाफ को डांट लगाई.
गंदगी देखकर नाराज हुए प्रभारी सचिव
दरअसल, प्रभारी सचिव बुधवार को सैंपऊ उपखंड के दौरे पर रहे. शाम को सैंपऊ कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं मिला. इस दौरान अस्पताल के पिछले गेट पर पड़ी गंदगी देखकर प्रभारी सचिव खासे नाराज हुए. इसी दौरान नर्सिंग कर्मी अस्पताल परिसर में आवास पर मौजूद डॉक्टर दिनेश नरूका को बुलाकर लाए. डॉ नरूका कई दिन से बीमार हैं और हाथ में कैनुला लगाकर प्रभारी सचिव के सामने पहुंचे.
OPD 800 के पार पहुंचा
नरुका ने प्रभारी सचिव को बताया कि अस्पताल में दो डॉक्टर स्थाई और दो डॉक्टर यूटीवी बेस पर लगाए गए हैं, जबकि अस्पताल का ओपीडी 800 के पार पहुंच गया है. पूर्व सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र परमार ने डॉक्टरों, नर्सिंग और तकनीकी स्टाफ की कमी से सामान्य रोगी से लेकर इमरजेंसी केसेस को उपचार में आए दिन हो रही परेशानी से अवगत कराया. स्थानीय लोगों ने जिला कलेक्टर और सीएमएचओ को समस्या बताने के बावजूद समाधान नहीं होने की शिकायत की.
इसके अलावा प्रभारी सचिव ने अस्पताल परिसर में खड़े चार पहिया वाहनों को लेकर अस्पताल स्टाफ से पूछा तो सभी इधर-उधर बगलें झांकने लगे. डॉ दिनेश नरूका ने बताया कि स्थानीय लोगों के द्वारा बहुत पहले से वाहनों को खड़ा किया जा रहा है. मना करने पर भी वाहन मालिक नहीं मानते हैं. अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर इंचार्ज को नोटिस देने के लिए कार्यवाहक एसडीएम और तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता को निर्देश दिए.
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