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Rajasthan Politics: नागौर लोकसभा में इस बार डीडवाना जिला होगा पावर सेंटर, 13 लाख मतदाता तय करेंगे सांसद

Lok Sabha Elections 2024: इस बार डीडवाना जिले के मतदाता ही चुनाव में हार जीत का फैसला करेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि अबकी बार नागौर लोकसभा सीट में अब दो जिले यानी नागौर व डीडवाना जिले हो गए हैं.

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Rajasthan Politics: नागौर लोकसभा में इस बार डीडवाना जिला होगा पावर सेंटर, 13 लाख मतदाता तय करेंगे सांसद
डीडवाना.

Rajasthan News: लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशियों की सूचियां जारी कर दी हैं. नागौर लोकसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को उतारा है, लेकिन कांग्रेस अब तक नागौर में कोई प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है. कांग्रेस अभी इस उलझन में है कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल से गठबंधन किया जाए या नहीं. हालांकि प्रत्याशी चयन के बाद ही यह चुनावी जाजम वास्तविक रूप से बिछेगी. लेकिन इस बार का चुनाव काफी अहम और रोचक होगा, क्योंकि नागौर लोकसभा सीट का पावर सेंटर अब डीडवाना जिला बनने वाला है.

इस बार डीडवाना जिले के मतदाता ही चुनाव में हार जीत का फैसला करेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि अबकी बार नागौर लोकसभा सीट में अब दो जिले यानी नागौर व डीडवाना जिले हो गए हैं. खास बात यह रहेगी कि इस बार लोकसभा चुनावों में नागौर जिला नवगठित डीडवाना-कुचामन के मुकाबले में विधानसभा सीटों एवं वोटरों की संख्या के मामले में पिछड़ गया है. जिस कारण राजनीति का शक्ति केन्द्र अब नागौर से हट कर नवगठित जिले डीडवाना-कुचामन पर स्थानांतरित हो गया है. जिसका अर्थ है कि जो पार्टी डीडवाना जिले को फतेह करेगी, उसी पार्टी का सांसद नागौर लोकसभा से चुना जाएगा.

डीडवाना में 5 तो नागौर में केवल 3 विधानसभा

विभाजन पूर्व नागौर जिले में कुल 10 विधानसभा सीट थीं, जिनमें नागौर, डीडवाना, मेड़ता, डेगाना, जायल, लाडनूं, नावां, मकराना, खींवसर एवं परबतसर विधानसभा सीटें शामिल थी. जिनमें दिसम्बर 2023 में हुए विधानसभा चुनावों में 26,84,753 मतदाता थे. मगर डीडवाना केस अलग जिला बन जाने से अब नागौर जिले में नागौर, मेड़ता, डेगाना, जायल एवं खींवसर रह गए हैं.

वहीं डीडवाना जिले में डीडवाना, लाडनूं, नावां मकराना एवं परबतसर विधानसभा सीटे समान रूप बंट गई. अब नागौर जिले में 13,65,118 एवं डीडवाना जिले में 13,19,635 मतदाता रह गए. राज्य विधानसभा में तो यह संतुलन बैठ गया, परन्तु लोकसभा में इससे नागौर जिले को नुकसान ज्यादा हुआ है, क्योंकि नागौर लोकसभा क्षेत्र में नागौर जिले की तीन विधानसभा यानी नागौर, जायल और खींवसर ही रह गई. जबकि बाकी दो विधानसभा डेगाना और मेड़ता लोकसभा क्षेत्र राजसमंद के अंतर्गत आती है. जबकि डीडवाना जिले की सभी पांचों विधानसभा सीटें नागौर लोकसभा में ही है.

डीडवाना के 13 लाख मतदाता तय करेंगे हार-जीत

नागौर जिले के कुल 13 लाख 65 हजार मतदाता में से डेगाना व मेड़ता विधानसभा क्षेत्रों के कुल 5 लाख 51 हजार मतदाता राजसमन्द लोकसभा क्षेत्र में अपना मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इससे अब नागौर जिले की शेष तीन विधानसभा नागौर, जायल एवं खींवसर में कुल 8 लाख 14 हजार मतदाता ही बचेंगे. दूसरी ओर डीडवाना-कुचामन जिले के 5 विधानसभा क्षेत्रों में 13 लाख 19 हजार मतदाता नागौर लोकसभा क्षेत्र में अपना मतदान करेंगे.

जिस कारण से विधानसभा चुनावों में 45 हजार मतदाताओं की संख्या के साथ आगे रहने वाला नागौर जिला, डीडवाना-कुचामन जिला से लोकसभा में 5 लाख 5 हजार मतदाताओं के मुकाबले पिछड़ गया है. यही वोटर लोकसभा चुनावों में हार-जीत में निर्णायक भूमिका में होंगे. इन आंकड़ों और परिस्थितियों के अनुसार आगामी लोकसभा चुनावों में विधानसभा सीटों एवं मतदाताओं के संख्या बल के हिसाब से नागौर जिले पर डीडवाना जिला भारी पड़ रहा है. ऐसे में लोकसभा चुनावों में राजनैतिक पार्टियों का मुख्य फोकस अब डीडवाना जिले पर अधिक रहेगा. क्योंकि जिस ओर डीडवाना-कुचामन के मतदाताओं का झुकाव ज्यादा होगा, वही नागौर का सांसद बनेगा.

फिलहाल नागौर ही रहेगा लोकसभा क्षेत्र

आम चुनावों में डीडवाना और नागौर जिलों का लोकसभा क्षेत्र फिलहाल नागौर ही रहेगा. जब तक वर्ष 2026 में परिसीमन पर लगी रोक हट नहीं जाती, तब तक यही स्थिति बनी रहेगी. अगर यह रोक हटती है तो 1971 के बाद पहली बार देश में विधानसभाओं एवं संसद में लोकसभा राज्यसभा की सीटें बढाने का रास्ता साफ हो जाएगा.

उस समय हो सकता है कि परिसीमन में डीडवाना-कुचामन को नागौर लोकसभा सीट से हटा कर डीडवाना को नया लोकसभा क्षेत्र बनाया जा सकता है. दिसंबर 2023 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनावों में नागौर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभाओं में 4 पर कांग्रेस, 2 पर भाजपा 1 पर रालोपा एवं 1 पर निर्दलीय ने जीत प्राप्त की है. जिसमें नागौर जिले की नागौर सीट पर कांग्रेस खींवसर पर रालोपा एवं जायल सीट पर भाजपा का कब्जा है. जबकि डीडवाना जिले की लाडनूं, मकराना, परबतसर सीट पर कांग्रेस, नावां में भाजपा व डीडवाना में निर्दलीय ने जीत हासिल की है. 

नागौर लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की स्थिति (आंकड़े 2023 के आधार पर)

नागौर जिला 
विधानसभा सीट       मतदाता
1. नागौर                2,70,318
2. जायल               2,61,412
3. खींवसर             2,82,445
कुल मतदाता          8,14,175

डीडवाना कुचामन जिला
विधानसभा सीट        मतदाता
1. डीडवाना             2,64,184
2. लाडनूं                 2,67,713
3. नावां                   2,67,787
4. मकराना              2,70,697
5. परबतसर            2,49,254
कुल मतदाता         13,19,635

नागौर जिले की दो सीटें जो राजसमंद लोकसभा क्षेत्र में है
विधानसभा सीट      मतदाता
1. मेड़ता              2,86,026
2. डेगाना             2,64,917
कुल मतदाता        5,50,943

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