Rajasthan Politics: राजस्थान की भजनलाल सरकार की शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है. इस बैठक में गहलोत सरकार के समय बनाए गए 9 जिलों को खत्म करने का फैसला लिया गया है, जिसके बाद लोगों में काफी गुस्सा पैदा हो गया है. इसी वजह से अब इन जगहों से विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं. 9 रद्द हुए जिलों में केकड़ी का भी नाम है. जिसके बाद केकड़ी की जिला बचाओ संघर्ष समिति के जिला संयोजक ने भी भजनलाल सरकार के इस फैसले पर अपना विरोध जताया.
जिला संयोजक मुंडन कराने पहुंचे थे तीन बत्ती तिराहे
विरोध जताते हुए शनिवार को ही जिला संयोजक रामवतार सिखवाल अजमेरी गेट स्थित तीन बत्ती तिराहा पर मुंडन कराने पहुंचे थे, जहां पुलिस ने पहुंचकर मुंडन कार्यक्रम स्थगित कर जिला संयोजक को समर्थकों सहित लौटा दिया, जिसके बाद जिला संयोजक ने विरोध दर्ज कराते हुए नया संकल्प लेते हुए केकड़ी को जिला का दर्जा समाप्त करने के विरोध में 12 दिन तक चप्पल का त्याग कर नंगे पैर रहने का निर्णय लिया.
केकड़ी को जिला बनाने को लेकर किए थे कई प्रयास
सिखवाल ने बताया कि उन्होंने केकड़ी को जिला बनाने से लेकर इसे बचाने तक काफी प्रयास किए हैं. केकड़ी जिला सभी मापदंडों पर खरा उतरता था. लेकिन इसके बावजूद भाजपा सरकार ने इसे समाप्त कर दिया, जो जनता के साथ कुठाराघात है। मुख्यमंत्री से मांग है कि केकड़ी जिले को यथावत रखा जाए. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी जिला बचाओ अभियान के दौरान यहां कलेक्ट्रेट के बाहर उनके द्वारा दिए गए धरने को उठाने के लिए पुलिस द्वारा उन पर अनुचित दबाव बनाया गया था और उन्हें झूठे मामले में थाने में बंद कर दिया गया था.
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